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India-Nepal Trade: केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री ने वाल्मीकिनगर में भारत-नेपाल सीमा पर भंसार सेवा की शुरूआत की

भारत और नेपाल के बीच वाल्मीकिनगर सीमा से लैंड कस्टम स्टेशन यानी भंसार की सुविधा सोमवार से शुरू हो गई। मुख्य अतिथि केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी व विशेष अतिथि राज्यसभा सदस्य सतीश चंद्र दुबे ने फीता काटकर इसका शुभारंभ किया।

By Vinod RaoEdited By: Prateek JainUpdated: Mon, 09 Jan 2023 04:47 PM (IST)
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भारत और नेपाल के बीच वाल्मीकिनगर सीमा से लैंड कस्टम स्टेशन यानी भंसार की सुविधा सोमवार से शुरू हो गई।

बगहा, जागरण टीम: भारत और नेपाल के बीच वाल्मीकिनगर सीमा से लैंड कस्टम स्टेशन यानी भंसार की सुविधा सोमवार से शुरू हो गई। मुख्य अतिथि केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी व विशेष अतिथि राज्यसभा सदस्य सतीश चंद्र दुबे ने फीता काटकर इसका शुभारंभ किया। इस दौरान सैनिटाइजर और फेवि‍क्विक से भरी दो गाड़ियां नेपाल के नारायण घाट भेजी गईं। भंसार की स्थापना से व्यापारियों का कारोबार बढ़ेगा।

केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि की पावन धरती पर कस्टम स्टेशन खुलने से नेपाल के साथ भारत को भी लाभ होगा। दोनाें देशों के बीच सदियों से चली आ रही रोटी और बेटी के रिश्ते को मजबूती मिलेगी। आवागमन बढ़ने के साथ रोजगार भी बढ़ेगा। बिहार-नेपाल के बीच वाल्मीकिनगर का यह 12वां कस्टम स्टेशन होगा।

दुनिया में भारत की पहचान बदली

उन्‍होंने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में आज भारत नेपाल को साढ़े छह सौ बि‍लियन से भी ज्यादा का सामान एक्सपोर्ट कर रहा है। कस्टम विभाग के अधिकारियों ने कोविड काल में भी इस व्यवस्था को चरमराने नहीं दिया। बहुत सी दवाइयां और मशीनें बाहर से आती और जाती थीं, जिसमें कस्टम के अधिकारियों की भूमिका सराहनीय रही। प्रधानमंत्री के कुशल मार्गदर्शन में देश ने कोरोना से बड़ा मुकाबला जीता। दुनिया को भी मदद पहुंचाई। यही कारण है कि विश्व में आज सबसे तेज गति अर्थव्यवस्था वाला देश बनकर भारत उभर कर सामने आया है। भारत की दुनिया में पहचान बदली है। हम दूसरे देशों को मदद पहुंचा रहे हैं।

सस्ते दाम पर मिलेगा सामान

भंसार सेवा शुरू होने से भारत-नेपाल के बीच वस्तुओं के आयात-निर्यात की राह आसान हो जाएगी। दोनों देशों के नागरिकों को सस्ते दाम पर सामान उपलब्ध होंगे। व्यापार बढ़ने से राजस्व में भी वृद्धि होगी। भारत से अनाज, चीनी, कपड़ा, इलेक्ट्रानिक सामान का निर्यात हो सकेगा, वहीं नेपाल से खिलौना, रेडीमेड गारमेंट्स व मसाले का आयात सुलभ हो जाएगा। हालांकि, दोनों देशों के बीच रोजाना कितने सामान का व्यापार होगा, यह जल संसाधन विभाग की अनुमति पर निर्भर होगा। गंडक बराज की क्षमता के अनुसार ही विभाग के अधिकारी सामान के आयात-निर्यात की अनुमति प्रदान करेंगे। भंसार कार्यालय खुलने से दोनों ओर के थोक व्यापारी बेहद खुश हैं। करीब एक दशक से इसकी मांग हो रही थी।

2002 से सामान के आयात-निर्यात पर रोक

यह उत्तर बिहार का दूसरा चेकपोस्ट होगा। वाल्मीकिनर में कार्यालय खुल जाने से पश्चिम चंपारण सहित सीमावर्ती उत्तर प्रदेश के दो जिले कुशीनगर व महराजगंज तथा नेपाल के नवलपरासी व चितवन के लोगों को लाभ होगा। वाल्मीकिनगर के 100 किलोमीटर के दायरे में बगहा, नरकटियागंज, पडरौना क्षेत्रों में लगभग आधा दर्जन चीनी मिलें हैं। इससे नेपाल चीनी भेजने में आसानी होगी।

1972 में वाल्मीकिनगर में गंडक बराज के समीप भंसार की स्थापना की गई थी। तब कार्यालय का काम दोनों देशों के बीच आयात-निर्यात पर रोक लगाना था। 2002 में सशस्त्र सीमा बल के आने के बाद से तो यह पूरी तरह बंद हो गया। किराना व्यवसायी रमेश रौनियार का कहना है कि वाल्मीकिनगर में भंसार कार्यालय शुरू होने से दोनों देशों के व्यापारियों को फायदा होगा। गुड़ व्यवसायी प्रभु गुप्ता कहते हैं कि भारत के गुड़ की नेपाल में बहुत मांग है। भंसार नहीं होने से दोनों देशों के बीच इसका व्यापार नहीं हो पा रहा था।

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