Bihar Teacher Salary: शिक्षकों का 7 दिनों का वेतन कटा, बिहार के इस जिले में KK Pathak की बड़ी कार्रवाई
केके पाठक का शिक्षा विभाग इन दिनों पूरे एक्शन में काम कर रहा है। अब बेतिया जिले में 108 शिक्षकों का 7 दिनों का वेतन काट दिया गया है। सक्षमता परीक्षा के विरोध में मशाल जुलूस निकालना इन शिक्षकों को भारी पड़ गया। शिक्षा विभाग ने पहले सभी शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा था मगर स्पष्टीकरण ना मिलने पर सैलरी काटने की कार्रवाई की गई।
संवाद सहयोगी, बेतिया। Bihar Teachers Salary Cut सक्षमता परीक्षा के विरोध में शिक्षक नेताओं द्वारा निकाले गए मशाल जुलूस के बाद से शिक्षक संगठन के नेताओं पर कार्रवाई हो रही है। जिले के शिक्षक संगठन के 108 शिक्षक नेताओं का सात दिन का वेतन मशाल जुलूस निकालने को लेकर शिक्षा विभाग ने काटा है। इसमें प्राथमिक शिक्षक संघ से लेकर प्रारंभिक शिक्षक संघ, पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ, टीईटी शिक्षक संघ, परिवर्तनकारी शिक्षक संघ आदि के जिला अध्यक्ष और सचिव शामिल हैं।
इनमें शिक्षकों में लौरिया के विद्यालय के प्रधान शिक्षक संतोष कुमार यादव, नर्वोदय ठाकुर, विपिन प्रसाद, शेख निजामुद्दीन, राजेश राय, राजीव रंजन प्रभाकर, विपिन यादव, राहुल राज, सुनील तिवारी, प्रशांत प्रियदर्शी, नंदन कुमार जैसे शिक्षक नेताओं के नाम शामिल हैं। इसके अलावा शिक्षकों में सतीश कुमार, अंसारुल राजा, अंकित राय, राजू कुमार सिंह, आशीष उपाध्याय, गेन्नालाल शर्मा, अभय कुमार सिंह आदि शिक्षकों के नाम शामिल हैं।
सक्षमता परीक्षा के विरोध में निकाला था मशाल जुलूस
जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत प्रवीण ने कहा कि बिहार विशिष्ट शिक्षक नियमावली 2023 के आलोक में नियोजित शिक्षकों के सक्षमता परीक्षा के लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के परीक्षा नियंत्रक द्वारा निकाली गई अधिसूचना के विरोध में धरना प्रदर्शन किया गया। इसके साथ ही उक्त बैठक और विज्ञप्ति की प्रति को जलाया गया। इसके साथ ही इसके संदेश को इंटरनेट मीडिया ग्रुप पर प्रसारित करने के मामले में शिक्षकों से स्पष्टीकरण की मांग की गई थी।इधर, स्पष्टीकरण नहीं मिल पाया। इससे बिहार शिक्षक एकता मंच के बैनर तले विभिन्न संगठन की गतिविधियों में शामिल रहने और राज्य सरकार के विरुद्ध शिक्षकों को भड़काने का आरोप इन शिक्षकों पर कार्रवाई की गई है।
सात दिनों का वेतन कटा
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना को यह निर्देश दिया गया है कि काटी गई राशि कोषागार के माध्यम से राज्य सरकार के कोष में जमा कराना सुनिश्चित करेंगे। इधर, इस मामले में कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना योगेश कुमार ने बताया कि शिक्षकों के विरोध प्रदर्शन और मशाल जुलूस जैसे दो मामलों में एक में 50 और दूसरे में 58 शिक्षकों के सात दिनों का वेतन काटा गया है।ये भी पढ़ें- Bihar News: सरकारी कर्मचारियों के लिए बड़ी खबर! अब इस योजना का नहीं उठा पाएंगे लाभये भी पढ़ें- बिहार में किसकी चलेगी? KK Pathak या फिर Nitish Kumar, शिक्षकों से लेकर अधिकारियों तक में कन्फ्यूजन
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