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मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना: पटना में स्क्रीनिंग और अहमदाबाद में इलाज के बाद धड़कने लगा 20 बच्चों का दिल

मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत जन्मजात हृदय रोगियों का इलाज कराया जाता है। रोगियों की पहचान आरबीएसके की टीम द्वारा की जाती है।बाद में जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा उक्त रोगियों को एंबुलेंस से आइजीआइएमएस पटना भेजा जाता है। यहां संबंधित रोगियों की स्क्रीनिंग की जाती है। पॉजिटिव पाए जाने पर रोगियों को फ्लाइट के माध्यम से अहमदाबाद भेज कर उनका समुचित इलाज कराया जाता है।

By Sunil Tiwari Edited By: Rajat Mourya Updated: Thu, 15 Feb 2024 02:46 PM (IST)
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पटना में स्क्रीनिंग और अहमदाबाद में इलाज के बाद धड़कने लगा 20 बच्चों का दिल
जागरण संवाददाता, बेतिया। जन्मजात हृदय रोगियों के लिए मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना वरदान साबित हो रही है। करीब दो साल पहले शुरू हुई इस योजना का लाभ दिल में छेद वाले बच्चों को मिल रहा है। अब तक करीब 20 बच्चे इससे लाभान्वित हो चुके हैं। योजना की वजह से उनका दिल धड़कने लगा है।

हाल में स्क्रीनिंग के दौरान 13 नए रोगियों का चयन किया गया है, जो जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित हैं। इनमें से 22 फरवरी को पांच रोगियों को अहमदाबाद भेज कर इलाज कराया जाएगा। उनकी सूची तैयार कर ली गई है।

बताया गया कि मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत जन्मजात हृदय रोगियों का इलाज कराया जाता है। रोगियों की पहचान आरबीएसके की टीम द्वारा की जाती है।बाद में जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा उक्त रोगियों को एंबुलेंस से आइजीआइएमएस पटना भेजा जाता है।

यहां संबंधित रोगियों की स्क्रीनिंग की जाती है। पॉजिटिव पाए जाने पर रोगियों को फ्लाइट के माध्यम से अहमदाबाद भेज कर उनका समुचित इलाज कराया जाता है। बताया गया है कि जिले में अब तक करीब 20 बाल रोगियों को इसका लाभ मिल चुका है। जबकि 13 बाल रोगियों को इसके लिए चयनित किया गया है।

पटना में स्क्रीनिंग, अहमदाबाद में इलाज

जन्मजात हृदय रोगियों को स्वास्थ्य विभाग सरकारी खर्चे पर पटना भेज कर स्क्रीनिंग करता है। जबकि अहमदाबाद स्थित सत्य श्री साइन हॉस्पिटल में उनका समुचित इलाज कराया जाता है। अधिकारियों के अनुसार इस दौरान सारी व्यवस्थाएं निशुल्क होती है। चयनित रोगी एवं उनके अभिभावकों को किसी तरह का खर्चा नहीं देना होता है।

मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना सरकार की महत्वकांक्षी योजना है। अब तक 20 रोगियों को इसका लाभ मिल चुका है। हर जरूरतमंद इसका लाभ प्राप्त कर सकते हैं। - राजेश कुमार, डीसीएम जिला स्वास्थ्य समिति, बेतिया

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