PM Kisan Yojana: प्रधानमंत्री किसान योजना पर बड़ा अपडेट! अब आसानी से मिलेंगे 17वीं किस्त के 2000 रुपये
किसान सम्मान निधि के तहत अब तक जिले के 2 लाख 96 हजार 475 किसानों चयनित हैं। इनमें 278145 किसानों का ई-केवाईसी हो पाया है। जबकि 18330 किसानों ने अब तक ई-केवाईसी नहीं कराई है। ऐसे में देखा जाए तो जिले में इस योजना के तहत 94 प्रतिशत किसानों का ई-केवाईसी ही हो पाया है। जबकि 6 प्रतिशत किसान ई-केवाईसी कराने से वंचित रह गए हैं। उन्हें ई-केवाईसी कराना होगा।
जागरण संवाददाता, बेतिया। जिले के पात्र किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ लेना और आसान हो गया है। इस योजना का लाभ दिलाने के लिए कृषि विभाग की ओर से विलेज नोडल पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है।
पश्चिम चंपारण जिले में इन अधिकारियों की संख्या 211 है। इनमें संबंधित प्रखंड के किसान समन्वयक, सहायक तकनीकी प्रबंधक, प्रखंड तकनीकी प्रबंधक आदि शामिल किए गए हैं।एक विलेज नोडल पदाधिकारी के जिम्मे 10 राजस्व गांवों को रखा गया है। संबंधित पोषक क्षेत्र के किसान उस क्षेत्र के नामित अधिकारी से किसान सम्मान निधि योजना का आवेदन भरवा सकते हैं।
जिला कृषि पदाधिकारी प्रवीण कुमार राय के अनुसार प्रत्येक विलेज नोडल पदाधिकारी एप के माध्यम से इस योजना का फॉर्म भरवा सकते हैं। इसके माध्यम से किसानों के केवाईसी कराने के साथ-साथ आधार लिंक करवाने में उनकी मदद कर सकते हैं।यह सुविधा मिलने के बाद किसानों को इस योजना का लाभ लेना और आसान हो गया है। किसान यदि चाहें, किसान सम्मान निधि के पोर्टल पर जाकर इसका आवेदन ऑन लाइन कर सकते हैं। इसके लिए pmkisan.gov.in पर जानकारी अपलोड करना होगा।
2,96,475 किसानों में से 19,331 किसानों ने नहीं कराया है केवाईसी
किसान सम्मान निधि के तहत अब तक जिले के 2 लाख 96 हजार 475 किसानों चयनित हैं। इनमें 2,78,145 किसानों का ई-केवाईसी हो पाया है। जबकि 18,330 किसानों ने अब तक ई-केवाईसी नहीं कराई है। ऐसे में देखा जाए, तो जिले में इस योजना के तहत 94 प्रतिशत किसानों का ई-केवाईसी ही हो पाया है। जबकि 6 प्रतिशत किसान ई-केवाईसी कराने से वंचित रह गए हैं। उन्हें हर हाल में ई-केवाईसी कराना होगा। इस कार्य में भी संबंधित किसान विलेज नोडल पदाधिकारी की मदद ले सकते हैं।
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