'रउआ सब के प्रणाम कर तानी...', PM मोदी का भोजपुरी अंदाज, इस बात के लिए माफी मांगी
बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसभा को संबोधित करने की शुरुआत भोजपुरी में की। उन्होंने सामने मौजूद जनता को प्रणाम किया। इसके साथ ही उन्होंने जनता से एक चीज के लिए माफी भी मांगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस अंदाज पर लोगों ने भी दोनों हाथ उठाकर जोर से आवाज लगाकर स्वागत किया।
डिजिटल डेस्क, बेतिया। PM Modi In Bettiah : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने मंच पर पहुंचकर सबसे पहले भोजपुरी में कहा कि महर्षि वाल्मीकि की कर्मभूमि, माता सीता की शरणभूमि अउर लवकुश के जन्मभूमि पर रउआ सब के प्रणाम कर तानी।
इसके बाद उन्होंने राज्यपाल, राज्य सरकार के मंत्रियों और अपनी पार्टी नेताओं का नाम लेने के साथ बिहार के मेरे प्यारे भाइयों और बहनों कहकर अपना संबोधन शुरू किया।
उन्होंने कहा कि यह वह भूमि है जिसने आजादी की लड़ाई में प्राण फूंकी। इसी धरती ने मोहनदास को गांधी बना दिया था। विकसित बिहार से विकसित भारत का संकल्प लेने के लिए बेतिया-चंपारण से बेहतर कोई जगह हो सकती है। अन्य लोकसभा क्षेत्र के लोग भी विकसित बिहार के संकल्प के लिए जुड़े हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात के लिए मांगी माफी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन के दौरान देर से आने के लिए माफी भी मांगी। उन्होंने कहा कि आने में विलंब होने पर क्षमा मांगता हूं, बंगाल से आने में देर हो गया। इन दिनों वहां ज्यादा उत्साह है। बिहार वो धरती है, जिसने एक से बढ़कर एक लाल दिए हैं। विकसित भारत के लिए बिहार का विकसित होना जरूरी है।
डबल इंजन लगने के बाद विकास में तेजी आ गई है। आज बिहार को करीब 13 हजार करोड़ की योजना का लाभ मिला है। इसमें रेल, गैस, सड़क आदि शामिल हैं। विकसित बिहार के लिए इसी तेजी को बनाए रखना है।
आप सभी को इन परियोजनाओं के लिए बहुत-बहुत बधाई। कहा कि आजादी के बाद के दशकों में युवाओं का पलायन हुआ, जंगलराज आया तो पलायन और बढ़ गया। जंगलराज लाने वाले वालों ने सिर्फ अपने परिवार के बारे में सोचा।
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