खेल मैदान में बन गए दो तल्ले, खेत में निखर रहीं प्रतिभाएं
कभी फुटबॉल के लिए बगहा पहचाना जाता था। बगहा चौतरवा भैरोगंज रामनगर के खिलाड़ी जिला व राज्यस्तरीय प्रतियोगिताओं में शिरकत कर चुके हैं। रामनगर के स्व. अर्जुन विक्रम शाह राज्य के खेल मंत्री भी थे। लेकिन धीरे धीरे खिलाड़ी गुमनाम होते गए।
बगहा । कभी फुटबॉल के लिए बगहा पहचाना जाता था। बगहा, चौतरवा, भैरोगंज, रामनगर के खिलाड़ी जिला व राज्यस्तरीय प्रतियोगिताओं में शिरकत कर चुके हैं। रामनगर के स्व. अर्जुन विक्रम शाह राज्य के खेल मंत्री भी थे। लेकिन, धीरे धीरे खिलाड़ी गुमनाम होते गए। फुटबॉल की जगह क्रिकेट ने ली तो खेल मैदानों पर अतिक्रमण का ग्रहण लग गया। प्रखंड बगहा एक के नड्डा गांव के खेल मैदान पर पक्के मकान बन चुके हैं। तत्कालीन मुखिया महेश्वर सिंह ने अतिक्रमण हटाने के लिए काफी प्रयास किया। लेकिन, गंवई राजनीति के कारण खेल मैदान की जमीन अतिक्रमणकारियों के कब्जे में है। कुछ यहीं हाल भैसहीं के खेल मैदान का भी है। यहां भी अतिक्रमणकारी हावी हैं। कोल्हुआ चौतरवा गांव के खेल मैदान पर स्कूल भवन बनने से इसका भी अस्तित्व समाप्त हो गया है। गढईया गांव का भी हाल कुछ ऐसा ही है। अन्य जगहों पर भी लगातार अतिक्रमण जारी है। अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कार्रवाई भी ठंडे बस्ते में है। भैरोगंज उच्च विद्यालय मैदान पर भी दिन रात अतिक्रमण का दायरा बढ़ता जा रहा है। इस गंभीर बिदु पर अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे। खेल मैदान के अभाव में प्रतिभाएं दम तोड़ देती हैं। स्थानीय रवि सोनी, राकेश कुमार, नेहाल आलम, मो. वैश, रवि कुमार, मनोज यादव, टूनटून पांडेय आदि ने क्षेत्र में खेल मैदानों को अतिक्रमणमुक्त कराने के साथ-साथ सुविधा और संसाधन मुहैया कराने की मांग राज्य सरकार सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों से की है। -------------------------------------------
यदि स्थानीय लोग आवेदन देते हैं तो पैमाइश कराकर मैदानों को अतिक्रमणमुक्त कराया जाएगा। उदयशंकर मिश्र, सीओ बगहा एक