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West champaran: पुलिस वाले ने पूछा ठहरो कौन है, दूसरी तरफ से हो गई अंधाधुंध फायरिंग

West champaran यूपी के तरेयासुजान से हुई थी शराब की खरीदारी बाकभवानी घाट पर डिलीवरी की थी तैयारी। बैरिया के बाकभवानी घाट पर नाव से शराब उतारते वक्त पहुंच गई थी पुलिस। घटना के इलाके में दहशत का माहौल।

By Jagran NewsEdited By: Dharmendra Kumar SinghUpdated: Mon, 07 Nov 2022 11:27 PM (IST)
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पश्‍चिम चंपारण में फायरिंंग की घटना के दौरान हो रही थी तरह-तरह की चर्चा। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर
पश्‍चिम चंपारण (बैरिया), जासं। वर्षों बाद आधी रात के बाद दियारे में गोलियों की तड़तड़ाहट सुनकर आसपास के गांव वाले चौकन्ना हुए थे। आसपास के चार- पांच किमी का इलाका थर्रा उठा था। बैरिया के बैजुआ गांव निवासी पूर्व पंच चंद्रिका प्रसाद ने बताया कि समय तो ठीक से याद नहीं है, लेकिन काफी देर तक गोली चली थी। गंडक नदी के बाकभवानी घाट से बैजुआ करीब चार किमी दूर है। फिर भी आवाज स्पष्ट सुनाई दे रही थी। बाकभवानी घाट से तीन किमी दूर नारायणपुर गांव के बिंदा मुखिया ने बताया कि मैं घर से निकला था। तभी गोली की आवाज सुनाई दी। लगा कि ट्रैक्टर का पहिया फटा होगा। लेकिन, एक- एक कर दर्जनों बार आवाज आई तो एहसास हुआ कि निश्चित दियारे में गोलीबारी हो रही है। लेकिन, हाल के दिनों में तो पूरी तरह से शांति का माहौल है। इस लिए ज्यादा चिंता करने के बजाय सो गया।

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सुबह पता चला कि मुठभेड़ की आवाज थी

वहीं यूपी के कुशीनगर जिला के अहिरौली गांव के मनोज कुमार ने कहा कि गोली चलने की आवाज स्पष्ट सुनाइ दे रही थी। गांव में तो प्राय: घरों के लोग जग गए थे। सुबह में पता चला है कि शराब तस्‍करों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई थी। यहां तो रात भी नदी में नाव चलती है। यूपी से शराब की खेप बिहार में पहुंचाई जाती है। लेकिन, ऐसा पहली बार हुआ जब पुलिस और शराब तस्‍करों में गोलीबारी हो गई। वहीं पुलिस टीम में शामिल एक जवान ने बताया कि रात के दो बजे थे। बाकभवानी घाट पर पहुंचे तो नाव से शराब की खेप उतर रही थी।

थानेदार ने आवाज लगाई, ठहरो कौन है। अभी आवाज खत्म भी नहीं हुई थी कि धंधेबाजों ने गोली चला दी। पुलिस जवान पहले मोर्चा लिए। खुद की सुरक्षा करते हुए अभी जवाबी कार्रवाई की प्रतीक्षा कर रहे थे। तब तक धंधेबाजों ने उन्हें घेर लिया और अंधाधुंध फायरिंग करने लगे। फिर थानेदार के आदेश के बाद जवानों ने आत्मरक्षा में गोली चलाई। उस वक्त पता नहीं चला कि किसी की मौत भी हुई है। सुबह में सूचना पर पहुंचे तो देखे की एक की मौत हो गई है।

जटा को खोज रही थी बैरिया और श्रीनगर की पुलिस

मृतक बैजुआ गांव निवासी जटा यादव के खिलाफ श्रीनगर थाने में तीन अलग- अलग प्राथमिकी दर्ज है। जिसमें शराब का ध्ंधा करने का आरोप है। वहीं बैरिया थाना में चार कांड दर्ज है। पुलिस को इन सात मामलों में जटा यादव की तलाश थी। हालांकि वह पुलिस के हत्थे चढ़ नहीं रहा था।

चौकीदारों के साथ कुल 15 की थी टीम

बाकभवानी घाट पर शराब की डिलीवरी करने की सूचना पर पहुंची पुलिस टीम में थानाध्यक्ष अमित कुमार सिंह समेत थाने के तीन पुलिस पदाधिकारी और तीन बीएमपी के जवान और नौ आर्म्ड फोर्स व चौकीदार शामिल थे। कुल 15 लोगों की टीम छापेमारी करने के लिए गई थी। जबकि शराब धंधेबाजों की संख्या 25 से 30 बताई जा रही है। चौकीदार तो नित्थे थे। वे खुद की जान बचाने के लिए गन्ने के खेत में छुपे थे।

तीन घंटे तक श्रीनगर पुजहा थाने में रहे एसपी

मुठभेड़ की सूचना मिलते हीं सोमवार की सुबह में प्रभारी एसपी डा कुमार आशीष श्रीनगर पुजहा थाने में पहुंचे। एसडीपीओ मुकुल परिमल पांडेय और श्रीनगर पुजहा के थानाध्यक्ष अमित कुमार सिंह से जानकारी ली। छापेमारी टीम में शामिल पुलिस अधिकारियों व जवानों से बातचीत की। उनका हौसला बढ़ाया। एसपी ने कहा कि मामले में प्राथमिकी दर्ज की जा रही है। मुठभेड़ में एक के घायल होने की सूचना मिली है। उसका सत्यापन कराया जा रहा है।

फसल की रखवाली करने गए मेरे पति को मार डाला

मृतक बैजुआ गांव निवासी जटा यादव की पत्नी बिजली देवी का कहना है कि उसके पति दियारे में गन्ने के खेत की रखवाली करने के लिए गए थे। जानवरों द्वारा गन्ने की फसल को क्षति पहुंचाई जा रही है। फसल बर्बाद नहीं हो, इसकी निगरानी करने के लिए वे रात में 11 बजे के आसपास घर से खाना खाकर लाठी लेकर गए थे। सुबह में पता चला कि उनके पति को पुलिस वालों ने गोली मार दी है। उन पर शराब का धंधा करने का आरोप लगा रहे हैं। पति का शव देखने के लिए थाने पहुंची पत्नी ने जमकर हंगामा भी किया।

शराब धंधेबाजों को गोली मारने से नहीं हिचकेगी पुलिस

मुठभेड़ की घटना के बाद श्रीनगर पुजहा थाने में पहुंचे प्रभारी एसपी डा कुमार आशीष ने बड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि शराबबंदी को सफल बनाने के लिए पुलिस तत्पर है। हर स्तर पर तैयारी की गई है। इस लिए सचेत किया जा रहा है कि शराबबंदी को सफल बनाने में सभी लोग सहयोग करें। शराब धंधेबाजों के खिलाफ पुलिस हर स्तर पर कार्रवाई करेगी। आवश्यकता पड़ने पर लाठी और गोली चलाने से भी नहीं हिचकेगी।

उत्पाद विभाग व पुलिस टीम पर शराब धंधेबाजों के हमले एक नजर में

  • 9 जुलाई 2015 : मझौलिया के दुबौलिया चौक पर छापेमारी करने गई उत्पाद विभाग की टीम पर हमला। उत्पाद निरीक्षक सहित होमगार्ड जवान घायल। बचाव में टीम ने की हवाई फायरिंग
  •  4 जुलाई 2018 : साठी के बसंतपुर में छापेमारी करने गई उत्पाद विभाग की टीम पर हमला। फायरिंग में सन्नी कुमार नामक युवक की मौत।
  • 12 सितंबर 2021 : नौतन के श्यामपुर कोतराहा में छापेमारी करने गई पुलिस व उत्पाद विभाग की टीम पर हमला। जमादार हुए घायल
  • 24 नवंबर 2021 : नगर के नौरंगाबाग में छापेमारी करने गई पुलिस टीम से बदसलूकी। एक गिरफ्तार
  •  1 जुलाई 2022 : मझौलिया के करमवा में शराब की सूचना पर छापेमारी करने गई पुलिस टीम पर हमला। चार पुलिसकर्मी घायल। रामाकांत सहनी के घर छापेमारी करने गई थी पुलिस टीम।
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