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Bihar News: पश्चिमी चंपारण के 58 बाढ़ प्रभावित स्कूल 2 अक्टूबर तक रहेंगे बंद, शिक्षा विभाग ने जारी किया आदेश

पश्चिमी चंपारण जिले के बाढ़ प्रभावित आठ प्रखंडों के 58 स्कूलों को 2 अक्टूबर तक के लिए बंद कर दिया गया है। लगातार बारिश और वाल्मीकिनगर बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण यह निर्णय लिया गया है। छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है। बता दें इन दिनों पश्चिमी चंपारण में नेपाल की पहाड़ी नदियां कहर मचा रही हैं।

By Sandesh Tiwari Edited By: Mohit Tripathi Updated: Sun, 29 Sep 2024 05:34 PM (IST)
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पश्चिमी चंपारण में बाढ़ के कारण आठ प्रखंडों के 58 स्कूल प्रभावित। (सांकेतिक फोटो)

संवाद सहयोगी, बेतिया। पश्चिमी चंपारण जिले में बाढ़ प्रभावित आठ प्रखंडों के 58 स्कूलों को 2 अक्टूबर तक के लिए बंद कर दिया गया है। इस संबंध में जिला शिक्षा कार्यालय ने आदेश जारी कर दिया है।

स्कूल बंद करने का यह निर्णय जिले में पिछले तीन दिनों से जारी बारिश व वाल्मीकिनगर बैराज से अत्यधित मात्रा में पानी छोड़े जाने के मद्देनजर लिया गया है।

लगातार बारिश व गंडक बैराज से अधिक पानी छोड़े जाने से जिला अन्तर्गत बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अवस्थित विद्यालयों तथा आवागमन के रास्ते पर बाढ़ का पानी प्रवेश कर जाने के कारण छात्र-छात्राओं व शिक्षकों को विद्यालय आने जाने में कठिनाई और अप्रिय घटना घटने की संभावना है।

प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी ठकरांहा, मधुबनी,पिपरासी,बगहा दो, बगहा एक, लौरिया, नौतन व भितहा के द्वारा समर्पित अनुरोध पत्र पर भीषण बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में अवस्थित विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों, कर्मियों व छात्र-छात्राओं की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए प्रभावित 58 स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया गया है।

 डीईओ ने संबंधित बीईओ को बंद किए गए सभी 58 स्कूलों के शिक्षकों को उक्त अवधि में प्रखंड के दूसरे स्कूलों में नामांकित छात्रों के अनुपात में प्रतिनियोजित करने का भी आदेश दिया है।

गौनाहा में नदियों ने मचाई तबाही, 200 घरों में घुसा पानी

लगातार चार दिनों से हो रही वर्षा से गौनाहा प्रखंड क्षेत्र में लगभग आधा दर्जन नदियां उफान पर हैं। दर्जनों गांव के 200 से भी अधिक घरों में पानी घुस गया है। बाढ़ के कारण चारों तरफ अफरातफरी मची हुई है।

जहां एक तरफ पंडई नदी से 3 दर्जन से अधिक घर प्रभावित हैं। वहीं, माधोपुर में हड़बोड़ा नदी का तांडव चरम सीमा पर है। मुरली भरहवा और माधोपुर के दर्जनों  घरों में पानी घुस गया, जिससे जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।

मुरली भरहवा गांव में जाने के लिए सड़क बंद हो गई है। मुख्य सड़क पर घुटने भर पानी भरा है, जिससे अवागमन बाधित है। पंडई नदी के कहर जारी है। नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है।

अंचलाधिकारी विवेक कुमार सिंह ने बताया कि बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया जा रहा है। सभी कर्मीओं को अलर्ट मोड पर रखा गया है। लोगों को बचाव के लिए जागरूक भी किया गया है। नदी के जल स्तर को बढ़ते देख सभी लोगों को अलर्ट किया गया है। ताकि कोई अप्रिय घटना नहीं घटे।

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