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West Champaran News: प्रमोशन के पांच महीने बाद भी प्रधानाध्यापक ने नहीं किया योगदान, अब वेतन बंद होने की आई नौबत

West Champaran पश्चिम चंपारण में विभिन्न हाई स्कूलों के छह सहायक शिक्षकों को विभाग द्वारा प्रधानाध्यापक पद पर प्रमोट किया गया है लेकिन पांच महीने बीतने के बाद भी इनमें से एक नव पदस्थापित स्कूल में योगदान नहीं किया है। शिक्षा विभाग की चेतावनी के बाद भी आदेश का उल्लंघन करते हुए जिले के प्रोन्नत प्रधानाध्यापक अपने मूल विद्यालय में जमे हुए हैं।

By Sandesh Tiwari Edited By: Prateek Jain Updated: Mon, 29 Jul 2024 08:46 PM (IST)
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शि‍क्षा विभाग ने प्रोन्‍नत पद पर योगदान न देने वाले सहायक शिक्षक का वेतन रोकने का आदेश जारी किया है।
संवाद सहयोगी, बेतिया। जिले के विभिन्न हाई स्कूलों के छह सहायक शिक्षकों को विभाग द्वारा प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नति दिए जाने के 5 माह बाद भी मोतीलाल उच्च माध्यमिक विद्यालय मझौलिया के मोहम्मद शिबली ने नव पदस्थापित स्कूल में योगदान नहीं किया है।

इसको लेकर शिक्षा विभाग ने शिकंजा कसते हुए संबंधित शिक्षकों को अंतिम रूप से 15 जुलाई तक नवपदस्थापित स्कूल में योगदान सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी डीईओ को दी थी।

लेकिन 15 जुलाई बीत जाने के बाद भी आदेश का उल्लंघन करते हुए जिले के प्रोन्नत प्रधानाध्यापक अपने मूल विद्यालय में जमे हुए हैं।

507 सहायक शिक्षकों का हुआ था प्रमोशन

बताया गया है कि शिक्षा विभाग द्वारा गत फरवरी-मार्च में सूबे के हाई स्कूलों के 507 सहायक शिक्षकों को प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नति दी गई थी। इसमें पश्चिम चंपारण के 6 शिक्षक शामिल हैं।

विभाग द्वारा जारी सूचना के अनुसार बताया गया कि प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नति पाए जिले के 6 शिक्षकों में पांच ने अपने-अपने नव पदस्थापित स्कूलों में योगदान कर चुके हैं। जबकि एक शिक्षक ने अब तक अपने पूर्व के स्कूल में ही कार्यरत बताए गए हैं।

15 जुलाई के बाद स्वतः विरमित समझे जाएंगे प्रोन्नत प्रधानाध्यापक

नव प्रोन्नत प्रधानाध्यापक को प्रोन्नति के बाद पदस्थापित स्कूल में योगदान करने को लेकर माध्यमिक शिक्षा के सचिव-सह-निदेशक वैद्यनाथ यादव ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र लिखा था।

जिसमें उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी को आदेश दिया था कि स्कूल में वरीयतम सहायक शिक्षक प्रधानाध्यापक का प्रभार देते हुए प्रोन्नति प्राप्त प्रधानाध्यापक को उनके पदस्थापित स्कूल में योगदान के लिए 15 जुलाई तक निश्चित रूप से विरमित करेंगे।

15 जुलाई तक जिला शिक्षा पदाधिकारी के विरमित नहीं किए जाने की स्थिति में संबंधित प्रधानाध्यापक स्वतः विरमित समझे जायेंगे। निदेशक ने कहा था कि नव प्रोन्नत प्रधानाध्यापक का जुलाई महीने का वेतन पदस्थापित स्कूल में योगदान करने पर देय होगा।

इसके पहले इस आदेश का अनुपालन नहीं किए जाने के कारण यदि किसी प्रधानाध्यापक का वेतन स्थगित किया गया है तो उपस्थिति के आधार पर जुलाई माह का वेतन नव पदस्थापित स्कूल से ही देय होगा।

इन शिक्षकों को दिया गया था योगदान करने का निर्देश

जारी आदेश में नव प्रोन्नत प्रधानाध्यापकों में प्लस टू डीएम एकेडमी बगहा एक के सुभाष कुमार को केदार पांडे उच्च माध्यमिक विद्यालय, सहकारी प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय पटखौली बगहा दो को श्रीमती जानकी देवी प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय माधोपुर मझौलिया, लक्ष्मी नारायण उच्च माध्यमिक विद्यालय पिपरारी मैनाटांड़ के द्वारकानाथ गौतम को बागड़ कुंवर बालिका उच्च विद्यालय लौरिया, श्रीमती जानकी देवी प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय माधोपुर मझौलिया के मोहम्मद आबूलेश को सरदार मंगल सिंह प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय मैनाटांड, केदार पांडे उच्च माध्यमिक विद्यालय बेतिया के सफदर हुसैन को चंपा कुवर उच्च विद्यालय लौरिया तथा मोतीलाल उच्च माध्यमिक विद्यालय मझौलिया के मोहम्मद शिबली को उच्च विद्यालय भैरवगंज बगहा एक में योगदान करने का निर्देश जारी किया गया था।

विभाग का गाइडलाइन

शिक्षा विभाग का निर्देश है कि किसी भी सहायक शिक्षक को प्रोन्नति त्याग (फोर गो) करने के लिए प्रोन्नति से पूर्व सूचना देने का प्रावधान है। तभी विभाग इस पर विचार करेगा। अधिसूचना जारी होने के बाद प्रोन्नति का त्याग करना मान्य नहीं है।

शिक्षा विभाग द्वारा स्वत वीरमित का भी आदेश जारी किया गया था। इसके बाद भी यदि योगदान नहीं करते हैं तो इस मामले में स्पष्टीकरण की मांग की जाएगी। - योगेश कुमार, डीपीओ स्थापना

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