फाइनेंस और एआई: भारतीय ग्रेजुएट्स के लिए एक शानदार करियर विकल्प
CFA इंस्टीट्यूट द्वारा किए गए ग्लोबल ग्रेजुएट आउटलुक सर्वे 2024 में फाइनेंस को भारतीय विश्वविद्यालय के छात्रों और हाल ही में ग्रेजुएट हुए छात्रों के लिए एक प्रमुख करियर विकल्प माना है। वैश्विक रूप से लगभग 10000 लोगों पर किए गए इस सर्वे में भारतीय ग्रेजुएट्स ने इसमें करियर बनाने को लेकर आत्मविश्वास दिखाया है। 39% भारतीय ग्रेजुएट्स अब फाइनेंस को सबसे आशाजनक करियर के रूप में देखते हैं।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लगातार इंडस्ट्री को नया आकार दे रहा है, साथ ही विश्व में आर्थिक परिदृश्य भी बदल रहा है। ऐसे में भारतीय ग्रेजुएट्स स्थिरता और विकास का पर्याय माने जाने वाला क्षेत्र फाइनेंस को अधिक पसंद कर रहे हैं। CFA इंस्टीट्यूट द्वारा किए गए ग्लोबल ग्रेजुएट आउटलुक सर्वे 2024 में फाइनेंस को भारतीय विश्वविद्यालय के छात्रों और हाल ही में ग्रेजुएट हुए छात्रों के लिए एक प्रमुख करियर विकल्प माना है। वैश्विक रूप से लगभग 10,000 लोगों पर किए गए इस सर्वे में भारतीय ग्रेजुएट्स ने इसमें करियर बनाने को लेकर आत्मविश्वास दिखाया है।
39% भारतीय ग्रेजुएट्स अब फाइनेंस को सबसे आशाजनक करियर के रूप में देखते हैं, जो पिछले साल से सात प्रतिशत ज्यादा है। यह बढ़ता हुआ आत्मविश्वास एक व्यापक ट्रेंड को दिखाता है, जिसमें लगभग 90% भारतीय ग्रेजुएट्स वर्तमान आर्थिक परिवेश में जॉब की संभावनाओं को लेकर आशावादी महसूस कर रहे हैं। यह आत्मविश्वास अमेरिका (70%) और यूके (68%) में उनके पीअर्स की भावनाओं के बिल्कुल विपरीत है।CFA Institute की प्रेजिडेंट और CEO मार्गरेट फ्रैंकलिन ने इस पर अपने विचार साझा करते हुए कहा, "आज के समय में ग्रेजुएट्स ऐसे प्रोफेशन की तलाश कर रहे हैं जो न केवल स्थिर हो बल्कि वास्तविक ठोस बदलाव लाने की उनकी इच्छाओं के अनुरूप भी हो। यहां फाइनेंस एक अवसर के रूप में उभर रहा है। हमारे रिसर्च से पता चलता है कि फाइनेंस में करियर बनाने से स्थिरता मिलती है, साथ ही ग्रेजुएट्स को एक ऐसा प्लेटफॉर्म मिलता है, जिससे वो अपने भविष्य को प्रभावशाली बना सकते हैं। सस्टेनेबल निवेश रणनीतियों और AI की संभावनाओं पर ध्यान देते हुए ग्रेजुएट्स के पास फाइनेंस इंडस्ट्री को बेहतर इनोवेटिव आकार देने का अवसर है।"
CFA Institute की कंट्री हेड (इंडिया) आरती पोरवाल ने कहा, "इस साल सर्वे के परिणाम उत्साहजनक रहे, जिसमें ग्रेजुएट्स ने अपने भविष्य के बारे में स्पष्ट और आशावादी दृष्टिकोण पेश किया। निरंतर सीखने, प्रोफेशनल सर्टिफिकेशन प्राप्त करने और AI जैसे उभरते क्षेत्रों की खोज करने के प्रति उनका समर्पण इंडस्ट्री की भविष्य की जरूरतों और राष्ट्रीय कौशल पहल के साथ अच्छी तरह से मेल खाता है। प्रोफेशनल विकास और एडेप्टेबिलिटी के लिए यह दृष्टिकोण भारत के भविष्य के वर्कफोर्स के लिए अच्छा है।"
भारतीय ग्रेजुएट्स ने AI को अपनाया
सर्वे से यह भी पता चलता है कि भारतीय ग्रेजुएट्स अपने करियर में AI जैसी नई तकनीकों को शामिल करने के लिए विशेष रूप से उत्साहित हैं। 85% भारतीय ग्रेजुएट्स का मानना है कि AI और ऑटोमेशन उनके करियर की सफलता के लिए महत्वपूर्ण है, जो वैश्विक औसत 66% से काफी अधिक है। इसके अलावा, 69% का मानना है कि AI में निपुणता अनेक लाभ प्रदान करती है। इसके अलावा लगभग 60% ग्रेजुएट्स AI में करियर बनाने के इच्छुक हैं, जो तकनीक के साथ आगे बढ़ने वाली सोच को दिखाती है।रोजगार के लिए जरूरी योग्यता पर ध्यान
रोजगार के लिए जरूरी योग्यता को बढ़ाने के लिए भारतीय ग्रेजुएट्स प्रोफेशनल सर्टिफिकेशन, पर्सनालिटी डेवलपमेंट ट्रेनिंग और अपस्किलिंग पर अधिक ध्यान दे रहे हैं। दो-तिहाई (66%) लोग मानते हैं कि करियर के विकास के लिए इंडस्ट्री क्वालिफिकेशन महत्वपूर्ण हैं। इसके अलावा 73% लोग पोस्ट ग्रेजुएट्स प्रोफेशनल क्वालिफिकेशन के माध्यम से निरंतर सीखने के महत्व पर जोर देते हैं। व्यावहारिक कौशल (66%), रियल वर्क एक्सपीरियंस (52%), और इंटर्नशिप (43%) को भी प्राथमिकता दी जाती है, जो करियर बनाने को लेकर एक रणनीतिक दृष्टिकोण का संकेत है। यह सर्वे बताता है कि ग्रेजुएट्स अपने चुने हुए फील्ड की मांगों को पूरा करने के लिए अच्छी तरह से तैयार हैं।