बैंकों के पास जमा 16,597 करोड़ रुपये का कोई नहीं लेनदार, SBI के पास है सबसे ज्यादा रकम
क्या आपको पता है कि सरकारी बैंकों में कितनी रकम जमा है जिसे कोई क्लेम करने वाला नहीं है। रकम का आंकड़ा पढ़कर हैरान रह जाएंगे। सरकारी बैंकों के पास 16596.90 करोड़ रुपये की बिना दावा वाली जमा रकम है संसद को इसकी जानकारी दी गई।
By Ashish DeepEdited By: Updated: Thu, 29 Jul 2021 07:42 AM (IST)
नई दिल्ली, आइएएनएस। क्या आपको पता है कि सरकारी बैंकों में कितनी रकम जमा है, जिसे कोई क्लेम करने वाला नहीं है। रकम का आंकड़ा पढ़कर हैरान रह जाएंगे। सरकारी बैंकों के पास 16,596.90 करोड़ रुपये की बिना दावा वाली जमा रकम है, संसद को इसकी जानकारी दी गई। दावा न की गई जमाराशि वे जमाराशियां हैं, जहां कम से कम 10 साल के लिए आय या मैच्योरिटी रकम का दावा नहीं किया गया है।
वित्त राज्यमंत्री भागवत कराड ने राज्यसभा में बताया कि आंकड़ों से यह भी पता चलता है कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (PSB) में दावा न किए गए जमा 5.47 करोड़ से अधिक खातों में फैले हुए हैं। दिसंबर 2020 तक निजी बैंकों में दावा न की गई जमा राशि 88.67 लाख खातों में 2,963.54 करोड़ रुपये थी।SBI के पास सबसे ज्यादा रकम
आंकड़ों से पता चलता है कि भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के पास कुल 3,577.56 करोड़ रुपये की लावारिस जमा रकम मौजूद थी। 2020 तक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों में इस तरह की जमा रकम 601.15 करोड़ रुपये थी। विदेशी बैंकों के पास 612.33 करोड़ रुपये की जमा अनक्लेम्ड जमा है।
लावारिस जमा की कुल रकम 24,356.41 करोड़ रुपये
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों का हवाला देते हुए, मंत्री ने कहा कि 2020 के अंत तक अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों में लावारिस जमा की कुल रकम 24,356.41 करोड़ रुपये थी।जमा रकम का दावा नहींकराड ने कहा, जमाकर्ताओं द्वारा बैंकों से अपनी जमा रकम का दावा नहीं किए जाने के कारण वर्ष 2019 की तुलना में वर्ष 2020 में लावारिस जमा में 5,977 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बैंक ने बैंकों को बिना दावा जमा या निष्क्रिय खातों के खाताधारकों के ठिकाने का पता लगाने में अधिक सक्रिय भूमिका निभाने की सलाह दी है।