बढ़ते Personal Loan पर RBI की पैनी नजर, पिछले दो साल में 30 प्रतिशत बढ़ा पर्सनल लोन
जब लोन सीमा से अधिक हो जाती है तो चिंताएं भी बढ़ जाती हैं। ऐसी ही स्थिति देश में पर्सनल लोन में बढ़ोतरी की दर को लेकर भी है। पिछले दो साल में पर्सनल लोन मिलने की रफ्तार औसतन 30 फीसदी बढ़ी है। आरबीआई ने इस संबंध में सभी बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) को चेतावनी दी है। पढ़िए क्या है पूरी खबर।
By Jagran NewsEdited By: Gaurav KumarUpdated: Fri, 06 Oct 2023 06:32 PM (IST)
जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली: कर्ज का बढ़ना बैंकिंग सेक्टर और उद्योग जगत के लिए अच्छी बात है लेकिन जब कर्ज की रफ्तार एक सीमा से ज्यादा हो तो इससे चिंता भी बढ़ जाती है। कुछ ऐसी ही स्थिति देश में पर्सनल लोन की बढ़ती रफ्तार को लेकर है।
पिछले दो साल में 30 प्रतिशत बढ़ा पर्सनल लोन
पिछले दो वर्षों से पर्सनल लोन की रफ्तार में औसतन 30 फीसद की वृद्धि हो रही है। इस पर आरबीआई ने सभी बैंकों व गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) को सतर्क किया है।
आरबीआई के गवर्नर डॉ. शक्तिकांत दास के मुताबिक
आरबीआई के डिप्टी-गवर्नर स्वामीनाथन जानकीरमण का कहना है कि, पिछले दो वर्षों से बैंकों की तरफ से वितरित कर्ज की दर में 13-14 फीसद की वृद्धि हो रही है जबकि पर्सनल कर्ज 30 फीसद की तेजी से बढ़ी है जो काफी ज्यादा है।हमने बैंकों व एनबीएफसी को अपने कान, आंख और नाक खुले रखने को कहा है। हालांकि ऐसा नहीं है कि कोई समस्या देखी गई है। लेकिन सतर्क रहने की जरूरत है।
ऐसे में हम बैंकों को इस वृद्धि के बारे जानकारी मुहैया करा रहे हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या केंद्रीय बैंक पर्सनल कर्ज की इस वृद्धि को रोकने के लिए कोई अतिरिक्त कमद उठाएगा तो जानकीरमण का जवाब था कि, अभी इस बारे में विचार नहीं किया जा रहा।