Home Loan EMI: Home Loan के EMI से न हो परेशान, इन बातों पर गौर कर आसानी से भर सकते हैं लोन
Home Loan EMI burdenवेतन पाने वाले कर्मचारी सैलरी बढ़ने पर लोन की EMI राशि को बढ़ा सकते हैं। अगर आप हर साल अपनी EMI राशि बढ़ाते हैं तो लोन पीरियड में कमी आएगी
By NiteshEdited By: Updated: Sun, 26 Jul 2020 10:09 AM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। सभी चाहते हैं कि उसका अपना घर हो, लेकिन घर खरीदने के लिए कई बार पूरे पैसे नहीं होते जिससे होम लोन लेना पड़ता है। होम लोन से टैक्स बचाने में मदद मिलती है। हालांकि, कई बार होम लोन लेने के बाद EMI भरना मुश्किल हो जाता है। EMI भरना तब और मुश्किल हो जाता है जब नियमित आय नहीं होती या किसी वजह से आय बंद हो जाती है। होम लोन के मूलधन के भुगतान पर आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत लाभ मिलता है। वहीं, ब्याज के भुगतान पर आपको धारा 24बी का लाभ मिलता है। अगर आप होम लोन के बोझ से परेशान हैं तो कुछ बातों पर गौर करके इस बोझ को कम कर सकते हैं।
ज्यादा भुगतानजब आप होम लोन लेते हैं, तो आपको आमतौर पर संपत्ति के 80% मूल्य का लोन मिलता है। इसे लोन टू वैल्यू रेशियो भी कहा जाता है। बाकी डाउन पेमेंट जेब से भुगतान करना होता है। जितना अधिक आप उधार लेंगे आपकी ईएमआई उतनी ही बड़ी होगी। इसलिए छोटी ईएमआई के लिए कम उधार लेने और अधिक एडवांस पेमेंट करने का प्रयास करें।
वेतन पाने वाले कर्मचारी सैलरी बढ़ने पर लोन की EMI राशि को बढ़ा सकते हैं। अगर आप हर साल अपनी EMI राशि बढ़ाते हैं तो लोन पीरियड में कमी आएगी, इससे आपका लोन का बोझ कम होगा।
ओवरड्राफ्ट सुविधाहोम लोन पर ब्याज दर कम करने के लिए होम लोन अकाउंट के साथ होम लोन ओवरड्राफ्ट सुविधा का भी विकल्प है। इस सुविधा के जरिये आप अपनी ईएमआई (EMI) के अलावा भी अपने होम लोन अकाउंट में अतिरिक्त पैसे जमा करवा सकते हैं। खाते में जब अतिरिक्त पैसा होगा तब ब्याज के पैसे और लोन की टेन्योर कम हो जाएगी।EMI की तारीख और वेतन की तारीखअगर आप अपने EMI की तारीख अपने वेतन की तारीख के आस-पास रखते हैं तो इससे आप EMI भुगतान को लेकर नहीं चूकेंगे। बैलेंस ट्रांसफर कर सकते हैंहोम लोन की अवधि के बीच अगर कोई कर्जदाता मिलता है, तो होम लोन को ट्रांसफर किया जा सकता है। इस बात का ध्यान रखकर आप होम लोन को जल्दी भर सकते हैं।