Move to Jagran APP

2025 तक 121 हवाईअड्डे बन जाएंगे कार्बन न्यूट्रल, सिंधिया ने बताई योजना से जुड़ी अहम बातें

Carbon Neutral airports Plan भारत में जल्द ही हवाईअड्डों को कार्बन न्यूट्रल बनाया जाएगा। केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस बात की जानकारी दी है और अपने लक्ष्य के बारे में बताया। वहीं मौजूद समय में 25 हवाईअड्डे 100 प्रतिशत हरित ऊर्जा का उपयोग कर रहे हैं।

By Sonali SinghEdited By: Sonali SinghUpdated: Thu, 20 Apr 2023 03:49 PM (IST)
Hero Image
Union Aviation Minister Jyotiraditya Scindia announced About Carbon Neutral Airports
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। देश में बढ़ते कार्बन स्तर को देखते हुए सरकार एक के बाद एक नई योजनाओं को लॉन्च कर रही है। इसी क्रम में अब देश के हवाईअड्डों को भी शामिल किया जा रहा है। केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुरुवार को घोषणा की है कि देश के 121 हवाईअड्डों को 2025 तक कार्बन न्यूट्रल बनाया जाएगा, जबकि वर्तमान में 25 हवाईअड्डे 100 प्रतिशत हरित ऊर्जा का उपयोग कर रहे हैं।

सिंधिया ने दो दिवसीय यूरोपीय संघ-भारत विमानन शिखर सम्मेलन में अपने आभासी संबोधन में यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि "विमानन उद्योग ने निकलने वाला उत्सर्जन जांच के दायरे में रहा है। इस कारण हमने कार्बन फुटप्रिंट को कम करने और विमानन उद्योग से उत्सर्जन को कम करने के लिए कई उपाय किए हैं।"

यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन में हुई घोषणाएं

यूरोपीय संघ के शिखर सम्मेलन में कहा गया कि भारत हवाई परिवहन संबंधों और दो क्षेत्रों की पारस्परिक रूप से साझा चुनौतियों और अवसरों पर ध्यान केंद्रित करेगा। उम्मीद है कि शिखर सम्मेलन यूरोपीय संघ और भारत दोनों के शीर्ष स्तर के नीति निर्माताओं, उद्योग के अधिकारियों और हितधारकों को एक साथ लाएगा, जिसमें हवाई यातायात की कोविद के बाद की वसूली, स्थिरता में वृद्धि, सुरक्षा बनाए रखना और मानव रहित विकास विमान प्रणाली शामिल हैं।

उड्डयन मंत्री ने कहा कि भारत ने देश में विमान निर्माण को बढ़ावा देने के लिए नियामक तंत्र में सुधार किया है। यूरोपीय संघ के उद्योग के खिलाड़ियों से इन अवसरों का लाभ उठाने और दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते विमानन उद्योग का हिस्सा बनने का आग्रह भी किया गया है।

G7 की बैठक में भी कही गई थी बात

आपको बता दें कि कुछ दिन पहले हुई ऊर्जा और पर्यावरण पर आयोजित जी 7 देशों की मंत्री स्तर की बैठक में भारत ने 2050 तक कार्बन उत्सर्जन को शून्य करने के अपने लक्ष्य की बात की थी। बैठक में भारत की ओर से भाग लिए पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा था कि विकसित देशों के कदम उठाने से भारत जैसे विकासशील देशों को ताकत मिलेगी और वे कार्बन उत्सर्जन कम करने के लिए माहौल बना सकेंगे।