61 फीसद भारतीयों का मानना है कि अगले एक साल में मकान की कीमतें बढ़ जाएगी : नाइट फ्रैंक ग्लोबल सर्वे
ऑस्ट्रेलेशिया और उत्तर अमेरिका में यह संख्या बढ़कर 25 फीसद हो गई है। महामारी के जारी रहने के बावजूद अभी अपने घर में शिफ्ट न करने वाले 20 फीसद लोग 2021 के अंत तक अपना घर खरीदने के लिए काफी इच्छुक हैं।
By NiteshEdited By: Updated: Wed, 25 Aug 2021 04:27 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। प्रमुख प्रॉपर्टी कंसलटेंसी फर्म, नाइट फ्रैंक, ने आज ग्लोबल बायर सर्वे जारी किया। सर्वे में कोविड-19 महामारी ने दुनिया भर में अपना घर खरीदने की इच्छा रखने वालों के बारे में पता चलता है। रिपोर्ट में इस बात का खासतौर पर जिक्र किया गया है कि दुनिया भर से सर्वे में भाग लेने वाले 19 फीसद लोग महामारी की शुरुआत में ही अपने नए घऱ में शिफ्ट हो गए हैं। ऑस्ट्रेलेशिया और उत्तर अमेरिका में यह संख्या बढ़कर 25 फीसद हो गई है। महामारी के जारी रहने के बावजूद अभी अपने घर में शिफ्ट न करने वाले 20 फीसद लोग 2021 के अंत तक अपना घर खरीदने के लिए काफी इच्छुक हैं।
भारत में कोविड-19 महामारी और उसके बाद लगे लॉकडाउन का अपना घर खरीदने वाले लोगों पर पड़े प्रभाव को बारीकी से सामने लाने के उद्देश्य से नाइट फ्रैंक ने देश के लिए दो भागों में प्राइमरी सर्वे किया। सर्वे के पहले भाग में उच्च आय वर्ग के लोगों ने भाग लिया, जिसका जिक्र “ग्लोबल इंडिया सेगमेंट” के रूप में किया गया। वहीं दूसरी ओर सर्वे में मध्यवर्गीय आय वर्ग में घर के खरीदारों की भावना का गहराई से आकलन किया। इसे “मेनस्ट्रीम इंडियन सेगमेंट” कहा गया।
सर्वे के भारतीय संस्करण से पता चलता है कि 26 फीसद मुख्यधारा के भारतीय महामारी के दौर में ही नए घर में शिफ्ट हो गए। इन लोगों ने अपने घर कई कारणों से बदला। इन लोगों को अपने घर में ज्यादा जगह चाहिए थी और वह अपने परिवार और दोस्तों के नजदीक रहना चाहते थे। भारत में मुख्यधारा के वह लोग, जो अब तक अपने घर में शिफ्ट नहीं हुए हैं, उनमें से 32 फीसद लोगों की अगले 12 महीनों में अपने नए घर में शिफ्ट होने की इच्छा है। सर्वे में भाग लेने और अगले 12 महीनों में घर को बदलने की इच्छा रखने वाले 87 फीसद लोग उसी शहर के उपनगरीय इलाके में शिफ्ट होना चाहते हैं, जिस शहर में वह रहे हैं, जबकि अपना घर खरीदने की इच्छा रखने वाले 13 फीसद लोगों ने सर्वे में कहा कि वह किसी दूसरे शहर में बसने पर विचार कर सकते हैं।
दुनिया भर में सर्वे में भाग लेने वाले वाले 64 फीसद लोगों ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि उनके मौजूदा घरों की कीमतें अगले 12 महीनों में बढ़ेंगी। उच्च आय वर्ग का प्रतिनिधित्व करने वाले ग्लोबल इंडिया सेगमेंट में 32 फीसद लोगों को मकान की कीमतें बढ़ने की उम्मीद है। सर्वे में हिस्सा लेने वाले मेन स्ट्रीम इंडियन सेगमेंट के 61 फीसद लोगों ने आशावादी रुख की झलक देते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अगले 12 महीनों में उनके मौजूदा घरों के दाम बढ़ जाएंगे।