Adani Group: इजराइल में बढ़ा अडानी का दबदबा, समूह ने हाइफा बंदरगाह का किया अधिग्रहण
हाइफा बंदरगाह मालवाहक जहाजों के संबंध में इजरायल में दूसरा सबसे बड़ा बंदरगाह है जबकि पर्यटक जहाजों के मामले में यह एकलौता सबसे बड़ा बंदरगाह है। इस अवसर पर इजरायल पीएम नेतन्याहू ने कहा मुझे लगता है कि यह मील का पत्थर है। (जागरण-फोटो)
By AgencyEdited By: Ashisha Singh RajputUpdated: Tue, 31 Jan 2023 10:56 PM (IST)
हाइफा, पीटीआई। अडानी समूह ने मंगलवार को इजरायल के हाइफा बंदरगाह ( Hafia Port) का मंगलवार को 1.2 अरब डॉलर में अधिग्रहण कर लिया है। यह रणनीतिक तौर पर भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी की बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। इस सौदे के तहत अडानी समूह तेल अवीव में एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लैब स्थापित करेगा।
इजरायल पीएम नेतन्याहू की मौजूदगी में हाइफा बंदरगाह का समझौता
आपको बता दें कि अडानी ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की मौजूदगी में हाइफा बंदरगाह के अधिग्रहण का समझौता किया। इसी दौरान निवेश अवसरों के बारे में भी बात की गई। आपको बता दें कि अमेरिकी निवेश शोध फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद अडानी समूह के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई है। वहीं दूसरी तरफ नेतन्याहू ने हाइफा बंदरगाह के अधिग्रहण को 'मील का पत्थर' बताते हुए कहा कि इससे भारत और इजरायल के बीच कई माध्यमों से संपर्क और बढ़ेगा।
क्या है ये हाइफा बंदरगाह
हाइफा बंदरगाह मालवाहक जहाजों के संबंध में इजरायल में दूसरा सबसे बड़ा बंदरगाह है, जबकि पर्यटक जहाजों के मामले में यह एकलौता सबसे बड़ा बंदरगाह है। इस अवसर पर इजरायल पीएम नेतन्याहू ने कहा, 'मुझे लगता है कि यह मील का पत्थर है। लगभग 100 सालों से और प्रथम विश्व युद्ध के दौरान भारतीय सैनिकों ने हाइफा शहर को आजादी हासिल करने में मदद की थी। उसी भारत के निवेशक अब हाइफा बंदरगाह को आजाद करने में मदद कर रहे हैं।'कई माध्यमों से संपर्क बनाने के मुद्दे पर चर्चा: नेतन्याहू
पीएम नेतन्याहू ने कहा कि उन्होंने अपने 'अच्छे दोस्त' प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ दोनों देशों के बीच कई माध्यमों से संपर्क बनाने के मुद्दे पर चर्चा की है। इस मौके पर अडानी ने कहा कि उनका समूह हाइफा में रियल एस्टेट परियोजना भी विकसित करेगा।