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Adani Green Q1 Results: Adani Green ने जारी किए Q1 के नतीजे, नेट प्रॉफिट 51 प्रतिशत बढ़कर हुआ 323 करोड़

Adani Green Q1 Profit तिमाही नतीजों का सिलसिला अभी भी जारी है। अदाणी ग्रीन एनर्जी ने चालू वित्त वर्ष के पहले तिमाही नतीजों का ऐलान कर दिया है। इस तिमाही कंपनी का नेट प्रॉफिट 51 फीसदी बढ़ गया है। इसी के साथ कंपनी का नेट इनकम में भी बढ़ोतरी दर्ज हुई है। 2030 तक कंपनी नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 45 गीगावॉट तक बढ़ाने का लक्ष्य रख रही है।

By Priyanka KumariEdited By: Priyanka KumariUpdated: Mon, 31 Jul 2023 03:23 PM (IST)
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Adani Group Adani Green Q1 Result check here
 नई दिल्ली,बिजनेस डेस्क। Adani Green Q1 Result: इस महीने कई कंपनियों ने अपने तिमाही नतीजों का ऐलान किया था। आज अदाणी ग्रीन एनर्जी ने तिमाही नतीजों का ऐलान किया है। इस तिमाही कंपनी के नेट इनकम और नेट प्रॉफिट में शानदार बढ़ोतरी देखने को मिली है। कंपनी के नतीजों के मुताबिक इस तिमाही कंपनी का नेट प्रॉफिट 323 करोड़ रुपये हो गया है। यह मुख्य रूप से उच्च राजस्व के कारण था।

बीएसई फाइलिंग से पता चला कि कंपनी ने जून 2022 को समाप्त तिमाही में 214 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट कमाया था।

कंपनी के इनकम में बढ़ोतरी

इस तिमाही कंपनी के नेट इनकम 2,404 करोड़ रुपये हो गई। यह एक साल पहले इसी अवधि में 1,701 करोड़ रुपये थी। कंपनी ने एक बयान में कहा कि वह 8,316 मेगावाट की परिचालन क्षमता के साथ देश में सबसे बड़ा परिचालन नवीकरणीय ऊर्जा पोर्टफोलियो बना हुआ है। कंपनी का इस तिमाही एनर्जी सेल में भी बढ़ोतरी हुई है। कंपनी की एनर्जी सेल सालाना आधार पर 3.550 मिलियन यूनिट से 70 फीसदी बढ़कर 6.023 मिलियन यूनिट हो गई।

कंपनी का सौलर पोर्टफोलियो सीयूएफ भी 40 बेसिस अंक बढ़कर 26.9 प्रतिशत हो गया है। वहीं, विंड पोर्टफोलियो की मजबूत क्षमता वृद्धि के कारण इसी सेल्स में भी बढ़ोतरी हुई है। ये भी 34 फीसदी बढ़ गई है। पवन सीयूएफ मुख्य रूप से पिछले साल की तुलना में कम है। 2,140 मेगावाट के सौर-पवन हाइब्रिड पोर्टफोलियो ने 380 आधार अंकों की वृद्धि के साथ 47.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी की सूचना दी है।

अदाणी ग्रीन एनर्जी के सीईओ अमित सिंह ने कहा

हमारी टीम का अटूट समर्पण लगातार मजबूत वित्तीय और परिचालन मील के पत्थर हासिल करने में सहायक रहा है।

कंपनी का लक्ष्य प्रमुख योगदानकर्ताओं के रूप में सौर, विंड और सौर-विंड हाइब्रिड सॉल्यूशन के माध्यम से 2030 तक अपनी नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 45 गीगावॉट तक बढ़ाना है।