अदानी समूह ने गिरवी रख दी अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी में 3 अरब डॉलर की हिस्सेदारी, क्या है इस फैसले की वजह
अंबुजा सीमेंट और एसीसी के अधिग्रहण के बाद गौतम अडानी ने कहा था कि सीमेंट व्यवसाय में अडानी प्रवेश ऐसे समय में हो रहा है जब भारत आधुनिक दुनिया में सबसे तेज आर्थिक वृद्धि के शिखर पर है।
By Siddharth PriyadarshiEdited By: Updated: Wed, 21 Sep 2022 11:36 AM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। अदानी समूह (Adani Group) ने अंबुजा सीमेंट्स (Ambuja Cements) और एसीसी (ACC) में 6.5 अरब डॉलर में अधिग्रहण पूरा करने के कुछ ही दिनों बाद दोनों कंपनियों में अपनी 13 अरब डॉलर की पूरी हिस्सेदारी गिरवी रख दी है। मंगलवार को फाइल किए गए एक नियामकीय अपडेट के अनुसार, अरबपति गौतम अदानी (Gautam Adani) के नेतृत्व वाले समूह ने अंबुजा सीमेंट्स में अपनी 63.15 प्रतिशत हिस्सेदारी और एसीसी में 56.7 प्रतिशत हिस्सेदारी (जिसमें से 50 प्रतिशत अंबुजा के पास है) को ड्यूश बैंक एजी की हांगकांग शाखा को सौंप दिया है।
अदानी समूह ने कहा है कि यह ऋणदाताओं और अन्य वित्तीय पार्टियों के हित में है। बीएसई पर अंबुजा सीमेंट्स का शेयर मंगलवार को 574.10 रुपये और एसीसी लिमिटेड का शेयर 2,725.70 रुपये पर बंद हुआ।अदानी ने मॉरीशस स्थित एसपीवी एंडेवर ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट लिमिटेड (ईटीआईएल), जिसका स्वामित्व एक्सेंट ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट लिमिटेड (एक्सटीआईएल) के पास है, के माध्यम से इन दो फर्मों का अधिग्रहण किया है। पिछले हफ्ते अदानी समूह ने 6.5 बिलियन अमरीकी डालर में अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी के अधिग्रहण को पूरा करने की घोषणा की थी।
अदानी का दूरदर्शी फैसला
बता दें कि इस सप्ताह की शुरुआत में शेयरधारकों को संबोधित करते हुए गौतम अदानी ने कहा था कि उनके समूह ने सीमेंट निर्माण क्षमता को दोगुना करने और देश में सबसे अधिक लाभ कमाने वाला सीमेंट निर्माता बनने की योजना बनाई है। उन्होंने रिकॉर्ड तोड़ आर्थिक विकास और सरकार के बुनियादी ढांचे के निर्माण को बढ़ावा देने के कारण भारत में सीमेंट की मांग में कई गुना वृद्धि को महसूस करते हुए यह कदम उठाया है। यह फैसला उनके समूह को महत्वपूर्ण मार्जिन विस्तार देगा।
17 सितंबर को अधिग्रहण के पूरा होने पर एक कार्यक्रम में दिए गए भाषण में अदानी समूह के संस्थापक और अध्यक्ष ने कहा कि पोर्ट-टू-एनर्जी समूह एक ही झटके में देश का दूसरा सबसे बड़ा सीमेंट निर्माता बन गया है। दोनों कंपनियों के अधिग्रहण को ऐतिहासिक बताते हुए उन्होंने कहा कि यह बायआउट इंफ्रास्ट्रक्चर और मैटेरियल्स स्पेस में भारत का अब तक का सबसे बड़ा इनबाउंड मर्जर एंड एक्विशन ट्रांजैक्शन है और यह 4 महीने के रिकॉर्ड समय में पूरा हो गया है।
दुनिया में सीमेंट का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है भारत
सीमेंट क्षेत्र में कदम रखने का कारण बताते हुए गौतम अदानी ने कहा कि भारत दुनिया में सीमेंट का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है, लेकिन इसकी प्रति व्यक्ति खपत चीन के 1,600 किलोग्राम की तुलना में सिर्फ 250 किलोग्राम है। उन्होंने आशा जताई है कि अदानी ग्रुप अगले 5 वर्षों में मौजूदा 70 मिलियन टन क्षमता से 140 मिलियन टन तक सीमेंट का उत्पादन करने लगेगा।