Adani Group Share Price: लोन भुगतान करते ही बढ़ने लगी अदाणी समूह के शेयरों की कीमत, इनमें दिखी तेजी
Adani Enterprises Adani Green Energy Share Rise बुधवार के शुरुआती कारोबार में अदाणी ग्रुप के शेयरों में बढ़त देखने को मिली। यह बढ़त अदाणी द्वारा लोन के भुगतान की खबर के बाद आई है। हालांकि समूह की कुछ कंपनियों के शेयरों में कमी भी देखी गई। (फाइल फोटो)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। बुधवार के शुरुआती कारोबारी सत्र में अदाणी ग्रुप (Adani Group) के शेयरों में उछाल देखने को मिली है। ग्रुप में आने वाली कंपनियों में से तीन को छोड़कर बाकी सबमें बढ़त देखने को मिली है। शुरुआती कारोबारी सत्र में बीएसई पर अदाणी एंटरप्राइजेज, अदाणी ग्रीन एनर्जी, अदाणी पोर्ट्स और स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) के शेयरों में तेजी आई।
अदाणी समूह के मुताबिक, उसने 31 मार्च की समय सीमा से पहले एक प्रीपेमेंट प्रोग्राम को पूरा करने के लिए 2.65 बिलियन डॉलर का लोन चुकाया है। समूह को उम्मीद है कि इससे निवेशकों का विश्वास वापस जीतने के प्रयास में मदद मिलेगी। समूह ने बताया है कि 2.15 अरब डालर शेयरों के बदले लिए गए लोन चुकाए जा चुके हैं और बाकी को चुकाने की प्रक्रिया चल रही है।
इन शेयरों में दिखी गिरावट
अदाणी समूह के कुछ शेयरों में बढ़त आई है तो कुछ कंपनियों के शेयरों को गिरावट का सामना करना पड़ा है। खबर लिखे जाने तक अदाणी पावर, अदाणी ट्रांसमिशन और अदाणी टोटल गैस के शेयर 5 प्रतिशत के निचले सर्किट स्तर तक गिर गए। जानकारी के लिए बता दें कि अदाणी समूह की फर्मों के शेयर मंगलवार को गिरावट के साथ बंद हुए। इनमें प्रमुख फर्म अदाणी एंटरप्राइजेज इक्विटी बाजारों में 7% से अधिक की गिरावट के साथ बंद हुआ।
अंबुजा सीमेंट अधिग्रहण पर दिया अपडेट
अदाणी समूह ने लोन भुगतान की जानकारी के अलावा अंबुजा सीमेंट के अधिग्रहण को लिए लिए गए लोन के बारे में भी बात की। समूह के मुताबिक, इसके 50 करोड़ डालर के लोन का भी भुगतान कर दिया गया है। इसके लिए समूह ने अपने चार कंपनियों के शेयर गिरवी रखे थे।
जल्द आ सकता है हिंडनबर्ग विवाद का फैसला
हिंडनबर्ग सर्च की एक रिपोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट ने इसकी जांच के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया है, जिसमें छह सदस्य शामिल हैं। इसकी अध्यक्षता शीर्ष अदालत के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस एएम सप्रे करेंगे। साथ ही, सुप्रीम कोर्ट ने बाजार नियामक सेबी को इसकी जांच करने का निर्देश दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि दो महीने के भीतर इस बात की जांच की जाए कि अडानी के शेयरों की कीमतों में कोई हेरफेर हुआ है या नहीं।