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Aeroflex Industries IPO: इस आईपीओ में बोली लगाने के लिए निवेशकों की लगी कतार, खुलते ही 100% हुआ सब्सक्राइब

Aeroflex IPO subscription status एयरोफ्लेक्स के आईपीओ को निवेशकों से अच्छा रिस्पॉन्स मिलता नजर आ रहा है। बीएसई के डाटा के मुताबिक सुबह 1135 बजे तक आईपीओ में पेश किए गए 2.32 करोड़ शेयरों के मुकाबले 2.33 शेयरों के लिए बोलियां आ चुकी थी। आईपीओ पब्लिक के लिए 24 अगस्त तक खुला रहेगा। इसका प्राइस बैंड 102 रुपये से लेकर 108 रुपये तय किया गया है।

By Abhinav ShalyaEdited By: Abhinav ShalyaUpdated: Tue, 22 Aug 2023 12:25 PM (IST)
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एयरोफ्लेक्स इंडस्ट्रीज का आईपीओ पूरा सब्सक्राइब हो गया है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। शेयर बाजार में मंगलवार को खुले एयरोफ्लेक्स इंडस्ट्रीज (Aeroflex Industries) के आईपीओ को निवेशकों से अच्छा रिस्पॉन्स मिलता नजर आ रहा है। आईपीओ खुलने के 1.5 घंटे में ही 101 प्रतिशत तक चुका है।

बीएसई के डाटा के मुताबिक, सुबह 11:35 बजे तक आईपीओ में पेश किए गए 2.32 करोड़ शेयरों के मुकाबले 2.33 शेयरों के लिए बोलियां आ चुकी थी। गैर-संस्थागत निवेशकों के लिए रखे गए हिस्से को 1.57 गुना सब्सक्रिप्शन मिल चुका है। वहीं, रिटेल निवेशकों के लिए रखे गए कोटे को 1.34 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है।

आईपीओ में क्यूआईबी 50 फीसदी से ज्यादा शेयर रिजर्व किए गए हैं। एनआईआई के लिए 15 फीसदी और रिटेल निवेशकों के लिए 35 फीसदी रिजर्व है।

एयरोफ्लेक्स आईपीओ (Aeroflex IPO)

एयरोफ्लेक्स आईपीओ के लिए आम निवेशक 22 अगस्त से लेकर 24 अगस्त, 2023 तक बोली लगा सकते हैं। इसका प्राइस बैंड 102 रुपये से लेकर 108 रुपये निर्धारित किया गया है।

इस आईपीओ का एक लॉट 4,550 शेयरों का होगा। किसी भी निवेशकों को बोली लगाने के लिए कम से कम एक लॉट के लिए आवेदन करना होगा। कोई भी निवेशक अधिकतम 35 लॉट्स के लिए आवेदन कर सकता है।

क्या है एयरोफ्लेक्स आईपीओ के इश्यू साइज?

इसका इश्यू साइज 351 करोड़ रुपये है। इस आईपीओ में 162 करोड़ रुपये का फ्रैश इश्यू और 1.75 करोड़ शेयरों का ओएफएस शामिल है। कंपनी की ओर से बताया गया कि फ्रैश इश्यू का इस्तेमाल कर्ज को चुकाने और वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाएगा।

एयरोफ्लेक्स की मैटेलिक फ्लेक्सिबल फ्लो सॉल्यूशन प्रोडक्ड्स बनाने का काम करती है। कंपनी की घरेलू बाजार में अच्छी पकड़ है। कंपनी के पास आईओसीएल, बीपीसीएल और ओएनजीसी और टाटा स्टील, एचएएल जैसी बड़ी कंपनियां हैं।