आखिर क्यों सस्ते घर नहीं खरीद रहे लोग, एक्सपर्ट बोले- इस वजह से हुआ खरीदारों का मोहभंग
जनवरी-मार्च 2024 की तिमाही के किफायती घरों (45 लाख रुपये से कम कीमत) की हिस्सेदारी सिर्फ 22 प्रतिशत रह गई है। पिछले साल इसी अवधि में कुल घरों की बिक्री में अफोर्डेबल घरों की हिस्सेदारी करीब 48 प्रतिशत थी। बिल्डर महंगी जमीन में छोटे घर बनाने की बजाय लग्जरी सेगमेंट पर फोकस कर रहे हैं ताकि उन्हें पर्याप्त फायदा हो।
किफायती घरों की मांग में कमी
क्यों घट रही किफायती घरों की मांग
रहेजा डेवलपर्स के नयन रहेजा का मानना है कि टियर 1 शहरों में अफोर्डेबल कैटेगरी के तहत हाउसिंग डेवलपमेंट में गिरावट आ रही है। इसके लिए एक बड़ा कारण जमीन की बढ़ती कीमतें हैं, जिसके परिणामस्वरूप डेवलपर्स प्रीमियम और लक्जरी सेगमेंट की ओर रुख कर रहे हैं। वे आगे कहते है कि घर खरीदारों के लिए 30-50 लाख रुपये का सेगमेंट बहुत बड़ा है। ऐसे में सरकार को आवश्यक मदद के लिए आगे आना चाहिए। यह भी पढ़ें: अब पार्टी करने वालों की होगी मौज, एक साथ 50 लोगों का खाना डिलीवर करेगी Zomatoबड़े घर की चाहत: इकोनॉमी की बढ़ती रफ्तार के साथ लोगों की आमदनी में भी इजाफा हुआ है। इसके चलते लोग बड़े घर की ओर रुख कर रहे हैं। इसके साथ ही कोरोना के बाद से लोगों में बड़े घरों की डिमांड बढ़ रही है।जमीन की ऊंची लागत की वजह से आज किफायती आवासीय परियोजनाएं बिल्डरों के लिए आर्थिक रूप से व्यावहारिक नहीं रह गई है। कोविड के बाद होम बॉयर्स का माइंड सेट भी बदला है और वे बेहतर सुविधाएं और अपनी पसंद की जगह पर घर खरीदने को प्राथमिकता दे रहे हैं। ऐसे में सस्ते और छोटे मकान खरीदने को लेकर बॉयर्स का रुझान कम हो रहा है।
यश मिगलानी, एमडी मिगसन ग्रुप
अनिश्चिता का माहौल: बीते कुछ महीनों में नौकरियों के पैटर्न में काफी बदलाव आया है। AI जैसी टेक्नोलॉजी के चलते देश में नौकरियों (खासकर प्राइवेट सेक्टर) को लेकर डरे हुए हैं। कई बड़ी कंपनियां छंटनी भी कर चुके हैं। यही अनिश्चिता घर खरीदारों को प्रभावित कर रही है।यह भी पढ़ें: अफोर्डेबल हाउसिंग में लाखों करोड़ निवेश की संभावनाएं, करीब 45 लाख करोड़ रुपये के निवेश की संभावनाओं वाला है यह सेक्टरदेश का हाउसिंग सेक्टर वर्ष 2023 से ही अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। कोरोना के बाद से लोग बड़े घरों की ओर ज्यादा आकर्षित हो रहे है। अब लोग छोटे घरों की अपेक्षा बड़े घरों में रहना ज्यादा पसंद कर रहे है, यही वजह है की महंगे और बड़े घरों की डिमांड लगातार बढ़ रही है। लोगों को 1 और 2 बीएचके फ्लैट छोटे पड़ रहे हैं। उन्हें अब ज्यादा जगह की जरूरत महसूस हो रही है, इसलिए लोग अब बड़े घरों की ओर ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं।
रजत गोयल, मैनेजिंग डायरेक्टर एमआरजी ग्रुप