इस सप्ताह टाटा की हो जाएगी एयर इंडिया, 18 हजार करोड़ की लगी थी बोली
टाटा ग्रुप को पिछले वर्ष 11 अक्टूबर को इस बारे में एक आशय पत्र (एलओआइ) जारी किया गया था। टाटा सौदे के एवज में सरकार को 2700 करोड़ रुपये नकद देगी और एयरलाइन पर बकाया 15300 करोड़ रुपये के कर्ज की देनदारी लेगी
By NiteshEdited By: Updated: Wed, 26 Jan 2022 12:47 PM (IST)
नई दिल्ली, पीटीआइ। एयर इंडिया इस हफ्ते के 27 जनवरी को टाटा ग्रुप को सौंप दी जाएगी। इस मामले से जुड़े लोगों के अनुसार एयर इंडिया के विनिवेश की बाकी बची हुई औपचारिकता अगले कुछ दिनों में पूरी हो जाने की उम्मीद है। एयर इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि 27 जनवरी तक टाटा ग्रुप को एयर इंडिया की कमान सौंप दी जाएगी। केंद्र सरकार ने पिछले साल आठ अक्टूबर को टाटा ग्रुप द्वारा लगाई गई बोली को स्वीकार करते हुए विमानन कंपनी के अधिग्रहण को मंजूरी दी थी।
टाटा समूह ने सबसे अधिक 18,000 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी। टाटा ग्रुप को पिछले वर्ष 11 अक्टूबर को इस बारे में एक आशय पत्र (एलओआइ) जारी किया गया था। टाटा सौदे के एवज में सरकार को 2,700 करोड़ रुपये नकद देगी और एयरलाइन पर बकाया 15,300 करोड़ रुपये के कर्ज की देनदारी लेगी। एयर इंडिया वर्ष 2007-08 में इंडियन एयरलाइंस के साथ विलय के बाद से ही लगातार घाटे में चल रही थी। गत 31 अगस्त को उस पर कुल 61,562 करोड़ रुपये का बकाया था।
एयर इंडिया के डायरेक्टर फाइनेंस विनोद हेजमादी ने कर्मचारियों को भेजे एक ई-मेल में कहा, 'सरकार ने विमानन कंपनी के विनिवेश की प्रक्रिया 27 जनवरी तक पूरा करने की समय सीमा तय की है। इस बीच, एयर इंडिया ने एक आदेश में कहा है कि वह हर उड़ान से ठीक पहले उड़ान दल का बाडी मास इंडेक्स (बीएमआइ) और साफ-सफाई का निरीक्षण करेगी। बीएमआइ से यह पता चलता है कि व्यक्ति की लंबाई के अनुपात में उसका वजन अधिक तो नहीं है। हालांकि कंपनी के कर्मचारी संगठनों ने इस पर आपत्ति जताई है। एयर इंडिया के अलग-अलग ग्रुप के कई अधिकारी को टाटा इथोस और वर्क कल्चर आदि की ट्रेनिंग दी जाएगी। एयर इंडिया के कुछ डिपार्टमेंट के अधिकारी यह ट्रेनिंग लेंगे और उसके बाद वह अपने सहकर्मियों को इस बारे में जानकारी देंगे।