एयर एशिया के डर से ग्राहक बढ़ाने में जुटीं एयरलाइनें
नई दिल्ली [संजय सिंह]। एयर एशिया इंडिया ने घरेलू एयरलाइनों में ग्राहक आधार खोने का डर पैदा कर दिया है। इस आधार को बचाने के लिए वह तरह-तरह के हथकंडे अपना रही हैं। सस्ते किराये पर निश्चित समय के लिए टिकटों की फ्लैश बिक्री इसी तरह का मार्केटिंग हथकंडा है। स्पाइसजेट के एक रुपये में बुकिंग के ऑफर को बाज
By Edited By: Updated: Wed, 02 Apr 2014 10:05 PM (IST)
नई दिल्ली [संजय सिंह]। एयर एशिया इंडिया ने घरेलू एयरलाइनों में ग्राहक आधार खोने का डर पैदा कर दिया है। इस आधार को बचाने के लिए वह तरह-तरह के हथकंडे अपना रही हैं। सस्ते किराये पर निश्चित समय के लिए टिकटों की फ्लैश बिक्री इसी तरह का मार्केटिंग हथकंडा है। स्पाइसजेट के एक रुपये में बुकिंग के ऑफर को बाजार विशेषज्ञ इसी रूप में देख रहे हैं। यह अलग बात है कि डीजीसीए को इस पर रोक लगानी पड़ी है।
पिछले कुछ महीनों के दौरान स्पाइसजेट अलग-अलग तरह के फ्लैश बिक्री के प्रस्ताव दे चुकी है। इंडिगो ने भी ऐसे ही प्रस्ताव दिए हैं। देखादेखी जेट एयरवेज और एयर इंडिया को भी अपने एडवांस बुकिंग पर टिकटों के दाम घटाने पड़े हैं। एयरलाइनों में मची इस होड़ को बाजार विशेषज्ञ एयर एशिया इंडिया के जल्द उड़ानें शुरू करने से जोड़कर देख रहे हैं। ट्रैवल सर्च साइट वेगो डॉट कॉम के एमडी जैक्शन फर्नाडिस का तो कम से कम यही मानना है। मलेशियाई कंपनी एयर एशिया की इस भारतीय संयुक्त उद्यम ने टाटा संस और टेलीस्ट्रा ट्रेडप्लेस के साथ मिलकर भारत में एयरलाइन शुरू की है। जल्द ही इसे एयर आपरेटर परमिट (एओपी) मिलने की संभावना है। एयर एशिया के सीईओ टोनी फर्नाडिस कह चुके हैं कि एयर एशिया इंडिया के किराये सबसे कम होंगे और यह सही मायनों में बजट एयरलाइन होगी। उनके मुताबिक एयर डेक्कन के बंद होने के बाद अब भारत में कोई भी एयरलाइन लो कॉस्ट नहीं रही है। यही वजह है कि भारतीय एयरलाइन उद्योग एयर एशिया को रोकने में जुटा है। फेडरेशन ऑफ इंडियन एयरलाइंस के बैनर तले भारतीय एयरलाइनों ने एयर एशिया को एयर ऑपरेटर परमिट (एओपी) जारी न करने की डीजीसीए से गुहार लगाई थी। इन एयरलाइनों ने एयर एशिया को प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की मंजूरी के खिलाफ दिल्ली हाई क ोर्ट में भी याचिका दाखिल कर रखी है। इससे स्पष्ट है कि न सिर्फ घरेलू एयरलाइनें घबराई हुई हैं, बल्कि उन्हें इस बात का भी एहसास है कि एयर एशिया इंडिया को रोक पाना अब मुश्किल है। ऐसे में वे उससे मुकाबले की तैयारी भी कर रही हैं। जैक्शन फर्नाडिस की मानें तो फ्लैश सेल के जरिए एयरलाइनें अपना ग्राहक आधार बढ़ाने की कोशिश कर रही हैं ताकि एयर एशिया के आने पर उन्हें ज्यादा नुकसान न हो। इससे ग्राहकों को भी फायदा होगा।