AirAsia ने Tata Air India को बेची अपनी शेष हिस्सेदारी, आसियान देशों पर ध्यान केंद्रित करने की तैयारी
टाटा संस ने इस साल जनवरी में अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी टैलेस के माध्यम से इक्विटी और डेट के जरिए 18000 करोड़ रुपये में एयर इंडिया का अधिग्रहण किया। इससे टाटा का कुनबा और मजबूत हो रहा है।
By Siddharth PriyadarshiEdited By: Updated: Wed, 02 Nov 2022 06:13 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। एयरएशिया एविएशन ग्रुप लिमिटेड ने एयरएशिया (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड की अपनी शेष हिस्सेदारी टाटा समूह के नेतृत्व वाली एयर इंडिया को बेच दी है। एक नियामकीय फाइलिंग में यह जानकारी मिली है।
यह समझौता ऐसे समय में हुआ है, जब एयरएशिया ने महामारी के बाद हवाई यातायात में अपनी सबसे मजबूत वापसी की है। हाल के दिनों में अच्छे बिजनेस के दम पर एयरलाइन को नए ग्राहक मिले हैं और उसकी बाजार में पकड़ बढ़ी है। लेकिन कंपनी ने अपने रणनीतिक लक्ष्यों की समीक्षा करने के बाद अपने मजबूत नेटवर्क और क्षेत्र में बड़ी उपस्थिति को देखते हुए आसियान देशों पर पर अपना ध्यान केंद्रित करना शुरू कर दिया है।
नए और रोमांचक अवसर की तलाश
एयरएशिया एविएशन ग्रुप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बो लिंगम ने कहा कि 2014 के बाद से, जब हमने पहली बार भारत में उड़ानों का संचालन शुरू किया, एयरएशिया ने अपनी एक विशेष साख बनाई है। भारत दुनिया के सबसे बड़े नागरिक उड्डयन बाजारों में से एक है। हमें भारत के अग्रणी टाटा समूह के साथ काम करने का एक अच्छा अनुभव है। लिंगम ने कह कि यह भारत के साथ हमारे रिश्ते का अंत नहीं है, बल्कि एक नए की शुरुआत है। हम सहयोग करने और अपने तालमेल आगे बढ़ाने के लिए नए और रोमांचक अवसरों की तलाश कर रहे हैं।