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एयरबस के CEO ने मानी भारत के बढ़ते विमानन बाजार की ताकत, देश से और अधिक कंपोनेंट्स खरीदने का किया एलान

Airbus एयरबस के सीईओ ने कहा है कि कंपनी भारत से कंपोनेंट्स की आपूर्ति बढ़ाएगी। उन्होंने कहा कि यह दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ता नागरिक उड्डयन बाजार है और यहां एयरलाइनों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा भी है। गौरतलब है कि इंडिगो और एयर इंडिया ने मिलकर एयरबस को 1000 से अधिक विमानों का ऑर्डर दिया है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट।

By Agency Edited By: Sachin Pandey Updated: Tue, 08 Oct 2024 05:17 PM (IST)
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कंपनी ने पांच साल में भारत से कंपोनेंट्स की आपूर्ति को दोगुना कर दी है। (File Image)
पीटीआई, नई दिल्ली। विमान निर्माता कंपनी एयरबस के सीईओ गिलौम फाउरी ने कहा है कि कंपनी भारत से कंपोनेंट्स की आपूर्ति बढ़ाएगी। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार उन्होंने कहा कि कंपनी ने 2019-2024 की अवधि के दौरान भारत से कंपोनेंट्स और सेवाओं की आपूर्ति को दोगुना करके 1 बिलियन यूरो कर दिया है।

भारत में कंपनी के 100 से अधिक आपूर्तिकर्ता हैं। सोमवार को दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए फाउरी ने कहा कि भारत में बहुत सारे अवसर हैं। उन्होंने कहा, 'हम (कलपुर्जों की आपूर्ति) बढ़ाना जारी रखेंगे। हम हर 5 साल में दोगुना करना जारी रखेंगे, यानी आने वाले दशक में। यह एक स्थिर गति है।'

भारत से सालाना 2 बिलियन डॉलर की खरीदारी

उन्होंने कहा कि 2023 में, पहली बार, विमानों, हेलीकॉप्टरों पर आईटी सेवाओं की तुलना में अधिक उपकरण लगाए जाने थे। GIFAS का हिस्सा बनने वाली कंपनियां भारत से सालाना 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर की खरीदारी करती हैं।

इस बीच, एयरबस के पास करीब 8,600 विमानों का ऑर्डर बुक है और उसे इस साल करीब 770 विमानों का उत्पादन करने की उम्मीद है। इंडिगो और एयर इंडिया ने मिलकर एयरबस को 1,000 से अधिक विमानों का ऑर्डर दिया है। भारतीय बाजार के बारे में फाउरी ने कहा कि यह दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ता नागरिक उड्डयन बाजार है और यहां एयरलाइनों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा भी है।