Move to Jagran APP

Airtel के Board ने 21,000 करोड़ रुपये के राइट्स इश्यू को दी मंजूरी, जानिए पूरा विवरण

भारती एयरटेल के निदेशक मंडल ने रविवार को 21000 करोड़ रुपये के राइट्स इश्यू को मंजूरी दे दी। शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने यह जानकारी दी है। कंपनी के निदेशक मंडल की बैठक में पूंजी जुटाने की योजना पर विचार किया गया।

By Ankit KumarEdited By: Updated: Mon, 30 Aug 2021 07:22 AM (IST)
Hero Image
फंड जुटाने के इस बड़े अभियान से Airtel को अपने प्रतिस्पर्धियों को कड़ी टक्कर देने में मदद मिलेगी।
नई दिल्ली, पीटीआइ। निजी क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल के निदेशक मंडल ने रविवार को 21,000 करोड़ रुपये के राइट्स इश्यू को मंजूरी दे दी। शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने यह जानकारी दी है। कंपनी के निदेशक मंडल की बैठक में पूंजी जुटाने की योजना पर विचार किया गया। इसमें राइट्स इश्यू के लिए 535 रुपये के पूर्ण चुकता इक्विटी शेयर मूल्य को मंजूरी दी गई। इसमें 530 रुपये प्रति इक्विटी शेयर का प्रीमियम शामिल है। 

बीएसई को भेजी सूचना में एयरटेल ने कहा कि बोर्ड ने पात्र इक्विटी शेयरधारकों को पांच रुपये के अंकित मूल्य के शेयर रिकार्ड तिथि (बाद में अधिसूचित की जाएगी) पर जारी करने की मंजूरी दे दी है। इसका आकार 21,000 करोड़ रुपये तक होगा। निदेशक मंडल ने निदेशकों की विशेष समिति का गठन किया है जो निर्गम की अन्य शर्तें मसलन निर्गम की अवधि तथा रिकॉर्ड तिथि आदि तय करेगी। एयरटेल ने कहा कि निदेशक मंडल की बैठक में उद्योग के परिदृश्य, कारोबारी वातावरण, कंपनी की वित्तीय और कारोबारी रणनीति पर भी विचार किया गया।

फंड जुटाने के इस बड़े अभियान से Airtel को अपने प्रतिस्पर्धियों को कड़ी टक्कर देने में मदद मिलेगी। उल्लेखनीय है कि भारत के टेलीकॉम मार्केट में बहुत अधिक प्रतिस्पर्धा है। दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा टेलीकॉम मार्केट और डेटा का सबसे बड़ा कंज्यूमर भारत अब 5G के लिए तैयारियों में जुटा है। इससे कनेक्टिविटी का स्तर काफी व्यापक हो जाएगा और लोगों को अल्ट्रा हाई स्पीड इंटरनेट सर्विस मिल पाएगी।

वर्तमान में कंपनी में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 55.8 फीसद पर है, जबकि पब्लिक होल्डिंग 44.09 फीसद पर है। Airtel के निदेशक मंडल ने इश्यू की अवधि और रिकॉर्ड डेट सहित अन्य नियम-शर्तों पर फैसला करने के लिए डायरेक्टर्स की एक विशेष समिति का गठन किया है।

बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में इंडस्ट्री के परिदृश्य, कारोबारी माहौल, कंपनी कि वित्तीय और कारोबारी रणनीति पर चर्चा हुई। इसी दौरान बोर्ड ने पूंजी जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी।