Amazon अपने सबसे बड़े भारतीय सेलर Cloudtail के साथ खत्म करेगी पार्टनरशिप, जानिए वजह
Amazon.com Inc और Cloudtail ने अपनी पार्टनरशिप खत्म करने का निर्णय किया है। दोनों कंपनियों के इस फैसले से पिछले कई वर्षों से चले आ रहे इस विवाद पर विराम लग जाएगा कि Amazon प्लेटफॉर्म पर Cloudtail को तरजीह मिलती है।
By Ankit KumarEdited By: Updated: Tue, 10 Aug 2021 07:07 AM (IST)
नई दिल्ली, रायटर। दिग्गज ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Amazon.com Inc और उसके सबसे बड़े सेलर Cloudtail ने अपनी पार्टनरशिप खत्म करने का निर्णय किया है। दोनों कंपनियों के इस फैसले से पिछले कई वर्षों से चले आ रहे इस विवाद पर विराम लग जाएगा कि Amazon प्लेटफॉर्म पर Cloudtail को तरजीह मिलती है। Cloudtail वास्तव में Prione Business Services नामक कंपनी की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी है। वहीं, Amazon.com Inc और Catamaran ने ज्वाइंट वेंचर के रूप में Prione Business Services की स्थापना की थी।
Amazon.com Inc और Catamaran के बीच इस ज्वाइंट वेंचर के परिचालन से जुड़ा करार 19 मई, 2022 में रिन्यूअल के लिए ड्यू है। हालांकि, इसी बीच दोनों कंपनियों ने साझा बयान जारी कर कहा है कि उन्होंने इस करार को इस तारीख से आगे नहीं बढ़ाने का निर्णय एकसाथ मिलकर किया है।यह निर्णय ऐसे समय में आया है जब फरवरी में रायटर की जांच में यह बात सामने आई थी कि अमेरिका की दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी ने कई वर्षों तक Cloudtail सहित कुछ चुनिंदा सेलर्स को तरजीह दी और उनका इस्तेमाल भारत के विदेशी निवेश से जुड़े नियमों से बचकर निकलने के लिए किया।
हालांकि, Amazon ने कई मौकों इस बात को दोहराया कि वह किसी भी सेलर को तरजीह नहीं देती है और वह स्थानीय कानूनों का पूरी तरह से अनुपालन करती है।हालांकि, Amazon और Catamaran की ओर से जारी बयान में इस बात की जानकारी नहीं दी गई है कि उन्होंने अपना ज्वाइंट वेंचर बंद करने का निर्णय किस वजह से लिया है।
इसी बीच सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को Amazon, Flipkart के खिलाफ चल रही एंटीट्रस्ट जांच में किसी तरह के हस्तक्षेप से इनकार कर दिया। सुप्रीम कोर्ट के तीन जजों की पीठ ने कहा कि अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी बड़ी कंपनियों को इस तरह की जांच के खिलाफ खुद आगे आने चाहिए। दरअसल, भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ने इन कंपनियों के खिलाफ जांच का आदेश दिया था। इसको लेकर इन दोनों कंपनियों को सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। कंपनियों ने शीर्ष न्यायालय से इस जांच को रोकने का आदेश देने की अपील की थी।