एथेनाल उत्पादन के लिए मक्के की खरीदारी सुनिश्चित करे NCF : अमित शाह
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने देश में एथेनाल उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर फेडरेशन आफ इंडिया के निदेशक मंडल को सहयोगी कंपनियों के साथ गुजरात एवं बिहार समेत अन्य राज्यों से मक्के की खरीदारी सुनिश्चित करने के लिए कहा है। उन्होंने 10 साल के रोडमैप को तैयार करने पर भी जोर दिया है। (जागरण फाइल फोटो)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने देश में एथेनाल उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया। इसके लिए उन्होंने नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर फेडरेशन आफ इंडिया (NCF) के निदेशक मंडल को सहयोगी कंपनियों के साथ गुजरात एवं बिहार समेत अन्य राज्यों से मक्के की खरीदारी सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने एनसीसीएफ को चार से पांच वर्षों में 50 हजार करोड़ का टर्नओवर प्राप्त कर आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि इसके लिए 10 वर्ष का रोडमैप बनाना चाहिए।
सरकार उसे क्रियान्वित करने पूरा सहयोग करेगी। शाह शुक्रवार को नई दिल्ली में एनसीसीएफ के निदेशक मंडल को संबोधित कर रहे थे।केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सहकारिता मंत्रालय ने अपने गठन के बाद से 26 महीने में सहकारिता आंदोलन को मजबूत करने एवं जीडीपी में सहकारी समितियों की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए 52 पहल की हैं।
एनसीसीएफ को आत्मनिर्भर बनने के लिए उन्होंने दस वर्ष का रोडमैप बनाने की सलाह दी। इसके लिए सहकारिता मंत्रालय द्वारा पूरा सहयोग देगा। अगर एनसीसीएफ एवं नेफेड चाहें तो सहकारिता मंत्रालय के सहयोग से राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआइसी) की मदद लेकर डिजिटल प्लेटफार्म पर अपना कामन ऐप भी तैयार करवा सकते हैं। इसके माध्यम से सामंजस्य स्थापित कर मक्के की खरीदारी की जा सकती है।
एनसीसीएफ को समर्थन मूल्य पर दाल खरीदकर निर्यात के मौके तलाशने के लिए प्रेरित करते हुए अमित शाह ने बाजार का विस्तार करने एवं किसानों को पूर्व में आश्वासन देकर खरीद करने तथा कामन कलेक्शन सेंटर बनाने पर जोर दिया। अमित शाह ने यह भी कहा कि एनसीसीएफ प्याज एवं दाल खरीद के लिए पैक्स के साथ भी संबंध हो सकता है, ताकि इसके भंडारण की व्यवस्था बनाई जा सके।
एनसीसीएफ को बिजनेस प्लान करना होगा डेवलप
उन्होंने चावल खरीदारी कर राष्ट्रीय सहकारी निर्यात लिमिटेड द्वारा निर्यात करने के अवसर तलाशने को कहा। अमित शाह ने कहा कि एनसीसीएफ को सहकारी ऋण समितियों (पैक्सों) एवं अन्य सहकारी संस्थाओं को सदस्य के रूप में जोड़ना चाहिए, ताकि तय हो सके कि एनसीसीएफ की अंश पूंजी में सहकारिता का अनुपात बड़ा है।