RIL Bonus Issue: बोनस शेयर इश्यू की रिकॉर्ड डेट का एलान, रिलायंस के शेयरों में दिख रहा एक्शन
मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज ने बोनस शेयर इश्यू की रिकॉर्ड डेट का एलान कर दिया। जिन शेयरधारकों के डीमैट खाते में 28 अक्टूबर 2024 तक रिलायंस के शेयर रहेंगे उन्हें हर एक स्टॉक पर एक बोनस के तौर पर मिलेगा। इस फैसले का असर रिलायंस के शेयर पर भी दिख रहा है। पिछले कुछ दिनों की सुस्ती के बाद अब रिलायंस के शेयरों में तेजी का रुख है।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी के मालिकाना हक वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने बोनस इश्यू के लिए रिकॉर्ड डेट का एलान कर दिया। इसका रिलायंस के शेयरधारक लंबे वक्त से इंतजार कर रहे थे। रिलायंस ने 1:1 के अनुपात में बोनस शेयर देने का एलान पिछले महीने ही कर दिया था। लेकिन, कुछ तकनीकी दिक्कतों के चलते रिकॉर्ड डेट की घोषणा करने में देरी हो रही थी।
बोनस इश्यू की रिकॉर्ड डेट कब?
रिलायंस ने बोनस इश्यू के लिए 28 अक्टूबर 2024 को रिकॉर्ड डेट के रूप में तय किया है। मुकेश अंबानी ने 5 सितंबर को बोनस शेयर का तोहफा देने का एलान किया था। बोनस शेयर 1:1 के अनुपात में मिलेगा। इसका मतलब है कि 28 अक्टूबर 2024 तक जिन शेयरहोल्डर्स के डीमैट अकाउंट में रिलायंस का शेयर रहेगा, उन्हें एक शेयर पर एक बोनस के तौर पर मिलेगा।
छठी बार बोनस शेयर इश्यू होगा
रिलायंस छठी बार बोनस शेयर देने वाली है। इससे पहले ऑयल से लेकर टेलिकॉम सेक्टर में बिजनेस करने वाली कंपनी ने 1980, 1983, 1997, 2009 और 2017 में भी बोनस शेयर दिया था। रिलायंस ने आखिरी बार 2017 में भी 1:1 के अनुपात में बोनस शेयर दिया था।
क्या होता है बोनस शेयर
बोनस शेयर कंपनी अपने मौजूदा शेयरधारकों को फ्री में देती है। इससे उनके कुल निवेश की वैल्यू नहीं बढ़ती, लेकिन शेयरों की संख्या जरूर बढ़ जाती है। अब जैसे कि अगर किसी के पास रिलायंस के 15 हजार रुपये के 5 शेयर हैं, तो बोनस इश्यू के बाद निवेश की वैल्यू 15 हजार रुपये ही रहेगी, लेकिन शेयर बढ़कर 10 हो जाएंगे।बोनस शेयर जारी करने का मकसद
कंपनियां आमतौर पर प्रति शेयर आय बढ़ाने, कैपिटल बेस बढ़ाने और फ्री रिजर्व को कम करने के लिए बोनस शेयर देते हैं। इससे कंपनी और शेयरहोल्डर, दोनों को फायदा होता है। जैसे कि रिलायंस का शेयर अभी 2,700 रुपये के आसपास है। कई लोग महंगा होने की वजह से इसे नहीं खरीदते होंगे, खासकर छोटे निवेशक। बोनस इश्यू के बाद इसका दाम आधा हो जाएगा, तो ज्यादा लोग इसे खरीद पाएंगे। वहीं, शेयरहोल्डर के स्टॉक की संख्या बढ़ जाएगा। इससे उन्हें डिविडेंड अधिक मिलेगा।