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भारत के निर्यात में भारी गिरावट, क्या चीन और अमेरिका हैं जिम्मेदार?

देश के वस्तु निर्यात में जुलाई महीने में 1.5 प्रतिशत की गिरावट आई थी। चालू वित्त वर्ष के अप्रैल से अगस्त के दौरान निर्यात 1.14 प्रतिशत बढ़कर 178.68 अरब डॉलर रहा जबकि आयात सात प्रतिशत बढ़कर 295.32 अरब डॉलर हो गया। अगस्त में इलेक्ट्रॉनिक सामान फार्मा और इंजीनियरिंग निर्यात क्रमश 7.85 प्रतिशत 4.67 प्रतिशत और 4.36 प्रतिशत बढ़ा। अगस्त में सेवाओं का निर्यात 30.69 अरब डॉलर रहा।

By Jagran News Edited By: Suneel Kumar Updated: Tue, 17 Sep 2024 07:52 PM (IST)
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भारत का कुल निर्यात 328.86 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया है।

पीटीआई, नई दिल्ली। देश का वस्तु निर्यात अगस्त महीने में 9.3 प्रतिशत घटकर 34.71 अरब डॉलर रहा। निर्यात में यह 13 महीने की सबसे बड़ी गिरावट है। एक साल पहले इसी महीने में यह 38.28 अरब डॉलर था। अगस्त में आयात 3.3 प्रतिशत बढ़कर 64.36 अरब डॉलर रहा,जो एक साल पहले इसी महीने में 62.3 अरब डॉलर था। आयात और निर्यात के बीच अंतर यानी व्यापार घाटे की बात करें तो यह बढ़कर 29.65 अरब डॉलर हो गया। यह 10 महीनों में सबसे ज्यादा है।

देश के वस्तु निर्यात में जुलाई महीने में 1.5 प्रतिशत की गिरावट आई थी। चालू वित्त वर्ष के अप्रैल से अगस्त के दौरान निर्यात 1.14 प्रतिशत बढ़कर 178.68 अरब डॉलर रहा जबकि आयात सात प्रतिशत बढ़कर 295.32 अरब डॉलर हो गया। अगस्त में इलेक्ट्रॉनिक सामान, फार्मा और इंजीनियरिंग निर्यात क्रमश: 7.85 प्रतिशत, 4.67 प्रतिशत और 4.36 प्रतिशत बढ़ा। अगस्त में सेवाओं का निर्यात 30.69 अरब डॉलर रहा। जबकि आयात 15.70 अरब डॉलर रहा।

मौजूदा वैश्विक स्थिति में निर्यात एक बड़ी चुनौती है। चीन में मंदी की आशंका और यूरोपीय संघ और अमेरिका में जारी मंदी जैसे कारणों के चलते निर्यात प्रभावित हुआ है। तेल की कीमतों में गिरावट और लाल सागर संकट के चलते परिवहन लागत में वृद्धि निर्यात को नुकसान पहुंचा रही है। इन चुनौतियों के बावजूद चालू वित्त वर्ष के पहले पांच महीनों के दौरान भारत के निर्यात में सकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई है। निर्यात को बढ़ाने के लिए वाणिज्य मंत्रालय अफ्रीका जैसे क्षेत्रों में नए बाजारों की खोज पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।

सुनील बर्थवाल, वाणिज्य सचिव

पिछले साल की समान अवधि में निर्यात 28.71 अरब डॉलर और आयात 15.09 अरब डॉलर रहा था। अगस्त में भारत का कुल निर्यात (वस्तु और सेवाएं मिलाकर) 65.4 अरब डालर रहा। इसमें सालाना आधार पर 2.4 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा 67 अरब डालर रहा था। जुलाई में भारत का कुल निर्यात (वस्तु और सेवाएं मिलाकर) 62.42 अरब डॉलर था।

चालू वित्त वर्ष के पहले पांच महीनों की बात करें तो भारत का कुल निर्यात 328.86 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया है जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 5.35 प्रतिशत अधिक है। सरकार को उम्मीद है कि वह पूरे वित्त वर्ष के दौरान 800 अरब डालर के निर्यात लक्ष्य को हासिल कर लेगी। पिछले वित्त वर्ष में भारत ने 778 अरब डॉलर का रिकार्ड निर्यात किया था।

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