BharatPe के को-फाउंडर Ashneer Grover को एयरपोर्ट पर रोका, X पर पोस्ट शेयर कर खुद दी जानकारी, जानिए सबकुछ
BharatPe के फाउंडर Ashneer Grover पर इस साल मई में एक एफआईआर दर्ज की गई थी। इस एफआईआर के बाद उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वह अक्सर इन परेशानी को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हैं। ऐसे में आज दिल्ली एयरपोर्ट पर फिर से अश्नीर ग्रोवर और उनकी पत्नी को रोका गया। इसको लेकर के अश्नीर ग्रोवर ने एक्स पर पोस्ट किया।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। BharatPe के फाउंडर Ashneer Grover पर 80 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी का मामला चल रहा है। इस साल मई में उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हुई है। इसके बाद अक्सर अश्नीर ग्रोवर सोशल मीडिया पर इस मामले की सफाई देते हुए पोस्ट करते रहते हैं।
अश्नीर ग्रोवर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए बताया कि उन्हें और उनकी पत्नी को दिल्ली एयरपोर्ट पर रोका गया। दरअसल, वो पत्नी के साथ न्यूयॉर्क जा रहे थे।
विदेश यात्रा से ईओडब्ल्यू ने रोका
नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उनकी फ्लाइट थी। अश्नीर और उनकी पत्नी को एयरपोर्ट पर दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने रोका। बताया जा रहा है कि ईओडब्ल्यू ने लुकआउट सर्कुलर (एलओसी) को तहत रोका है।
अश्नीर ने सोशल मीडिया पोस्ट पर बताया कि मई में एफआईआर दर्ज होने के बाद से वह कई बार विदेश यात्रा कर चुके हैं। उन्हें एलओसी जारी होने की कोई पूर्व सूचना नहीं थी। उन्हें एलओसी समन शुक्रवार को एयरपोर्ट से घर पहुंचने के बाद मिला।
Hello ! Hello !
Kya chal raha hai India mein ? Filhaal to Ashneer stopped at airport chal raha hai janab.
So facts:
1. I had not received any communication or summon from EOW since FIR in May till 8 AM today 17 morning (7 hours after returning from airport).
2. I was going to… pic.twitter.com/I0OHOXJd6F— Ashneer Grover (@Ashneer_Grover) November 17, 2023
EoW कथित तौर पर ग्रोवर और परिवार द्वारा संचालित फर्जी मानव संसाधन परामर्शदाताओं को भारतपे पर किए जा रहे भुगतान की शिकायतों की जांच कर रहा है। उन पर फंड का उपयोग करने के लिए बैकडेटिंग चालान का भी आरोप लगाया गया है।
अश्नीर ग्रोवर ने एक्स पोस्ट में कहा कि
मई में एफआईआर के बाद से आज सुबह 8 बजे (हवाई अड्डे से लौटने के 7 घंटे बाद) तक मुझे ईओडब्ल्यू से कोई समन नहीं मिला है। मैं 16-23 नवंबर तक अमेरिका जा रहा था। एयरपोर्ट पर रोके जाने के बाद उन्हें घर लौटने को कहा गया। मुझे यह अजीब लगा क्योंकि मई में एफआईआर दर्ज होने के बाद से मैं 4 बार अंतरराष्ट्रीय यात्रा कर चुका हूं - कभी कोई समस्या नहीं हुई और मुझे एक बार भी बुलाया नहीं गया।
क्या है पूरा मामला
ईओडब्ल्यू ने मई में फिनटेक यूनिकॉर्न भारतपे की शिकायत के बाद कथित तौर पर 81 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के लिए ग्रोवर, उनकी पत्नी माधुरी और परिवार के सदस्यों दीपक गुप्ता, सुरेश जैन और श्वेतांक जैन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।
भारतपे ने शिकायत में आरोप लगाया कि ग्रोवर और उनके परिवार ने फर्जी मानव संसाधन सलाहकारों को नाजायज भुगतान, आरोपियों से जुड़े पासथ्रू विक्रेताओं के माध्यम से बढ़ा-चढ़ाकर और अनुचित भुगतान, इनपुट टैक्स क्रेडिट में फर्जी लेनदेन और जीएसटी के जुर्माने के भुगतान के माध्यम से लगभग 81.3 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया।
इस मामले में दोषी पाए जाने पर ग्रोवर, माधुरी और अन्य को 10 साल से लेकर आजीवन कारावास तक की सजा हो सकती है।
पिछले साल दिसंबर 2022 में भारतपे ने अपने पूर्व एमडी और सह-संस्थापक ग्रोवर और उनके परिवार के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय में एक दीवानी मुकदमा दायर किया था। इसमें कथित धोखाधड़ी और धन के गबन के लिए 88.67 करोड़ रुपये तक के मुआवजे की मांग की गई थी।
2,800 पन्नों के मुकदमे में आरोप लगाया गया कि ग्रोवर, माधुरी और परिवार के अन्य सदस्यों ने फर्जी बिल बनाए, कंपनी को सेवाएं प्रदान करने के लिए फर्जी विक्रेताओं को सूचीबद्ध किया और भर्ती के लिए कंपनी से अधिक शुल्क लिया।
भारतपे पिछले साल तब सुर्खियों में आया था, जब ग्रोवर पर अनुचित भाषा का इस्तेमाल करने और कोटक समूह के एक कर्मचारी को अपने और माधुरी के लिए नायका आईपीओ के लिए आवंटन और फंडिंग सुरक्षित करने में विफल रहने पर धमकी देने का आरोप लगाया गया था।