Move to Jagran APP

Asian Development Bank ने भारत के विकास दर अनुमान को घटाकर 6.3 फीसद किया, जानें वजह

एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने आज भारत की विकास दर के अपने पिछले अनुमान को थोड़ा कम कर दिया। निर्यात में कमी और अनियमित वर्षा के कृषि उत्पादन पर संभावित प्रभाव को देखते हुए एशियाई विकास बैंक ने यह बदलाव किया है। भारत सरकार द्वारा जारी नवीनतम जीडीपी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल-जून तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था 7.8 प्रतिशत की दर से बढ़ी थी।

By AgencyEdited By: Gaurav KumarUpdated: Wed, 20 Sep 2023 09:01 PM (IST)
Hero Image
यह संशोधन निर्यात में कमी और कृषि उत्पादन पर अनियमित वर्षा के संभावित प्रभाव के कारण हुई है।
नई दिल्ली, एजेंसी: एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) ने आज भारत के विकास दर को लेकर, पहले किए अपने अनुमानों को थोड़ा कम कर दिया है। एडीबी ने यह संशोधन निर्यात में कमी और कृषि उत्पादन पर अनियमित वर्षा के संभावित प्रभाव के कारण की है।

कितना कम किया अनुमान?

एडीबी ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की विकास दर के अनुमान को अपने पहले के 6.4 प्रतिशत से थोड़ा कम करके 6.3 प्रतिशत कर दिया है।

बैंक की ओर से जारी सितंबर 2023 के आउटलुक के मुताबिक उपभोक्ता विश्वास में सुधार होगा, और सरकारी पूंजीगत व्यय में बड़ी वृद्धि सहित निवेश से भारत को इस वित्तीय वर्ष के बचे हुए महीने और अगले वित्तीय वर्ष में भारतीय विकास को मजबूत घरेलू खपत से बढ़ावा मिलेगा।

पहली तिमाही में 7.8 प्रतिशत की गति से बढ़ा भारत

हाल ही में भारत सरकार की ओर से जारी जीडीपी के आंकड़ो के मुताबिक भारत की अर्थव्यवस्था अप्रैल-जून तिमाही में 7.8 प्रतिशत की रफ्तार से बढ़ी थी जो सेवाओं में मजबूत वृद्धि और सार्वजनिक निवेश तथा निजी क्षेत्र को बैंक लोन के कारण बढ़ते निवेश को दर्शाता है।

अंतरराष्ट्रीय तनाव से भारत पर पड़ सकता है नकारात्मक प्रभाव

एडीबी ने कहा कि नकारात्मक जोखिम अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक तनाव से उत्पन्न आर्थिक अनिश्चितता वैश्विक खाद्य कीमतों में तेजी से वृद्धि कर सकते हैं।

इसके अलावा खरीफ सीजन (जुलाई-अक्टूबर) की कटाई के समय या अक्टूबर-अप्रैल रबी सीजन के दौरान झटके, कृषि विकास को और प्रभावित कर सकते हैं।

क्या कहता है आरबीआई का अनुमान?

आरबीआई के लेटेस्ट अनुमार के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2023-24 में भारतीय अर्थव्यवस्था 6.5 प्रतिशत की दर से बढ़ने की संभावना है। इसके अलावा आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (ओईसीडी) ने नवीनतम रिपोर्ट में भारत के लिए सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि का अनुमान 6 प्रतिशत के पिछले अनुमान से बढ़ाकर 6.3 प्रतिशत कर दिया है।

ग्लोबल रेटिंग एजेंसी फिच ने जहां भारत की वृद्धि दर का अनुमान 6.3 फीसदी पर बरकरार रखा है, वहीं एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस ने इसे पहले के 5.9 फीसदी के अनुमान से बढ़ाकर 6.6 फीसदी कर दिया है।