Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

इन बैंकों ने ग्राहकों को दिया जोर का झटका, हर महीने लगेगी इतने रुपये की चपत

रिजर्व बैंक ने इस साल लगातार पांच बार रेपो रेट में बढ़ोतरी की है। जब भी आरबीआई रेपो दर बढ़ाता है बैंक अपना लोन महंगा कर देते हैं। इसी सिलसिले में कुछ बैंकों ने अपनी आधार दरों में बदलाव कर दिया है।

By Siddharth PriyadarshiEdited By: Updated: Tue, 20 Dec 2022 11:37 AM (IST)
Hero Image
Axis and HDFC bank hikes lending rates across tenures, Check new interest rates

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। आरबीआई द्वारा रेपो रेट में बदलाव करने के बाद तमाम बैंक अपने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिग रेट यानी MCLR में बढ़ोतरी कर रहे हैं। निजी क्षेत्र के अग्रणी बैंकरों में शामिल एक्सिस और एचडीएफसी बैंक ने सभी कार्यकालों के लिए सीमांत लागत उधार दरों (MCLR) में बढ़ोतरी की है। इसके साथ, एमसीएलआर से जुड़े सावधि ऋणों की ब्याज दरें बढ़ने की संभावना है। ऐसे में लोन की ईएमआई बढ़ सकती है। दोनों बैंकों की नई एमसीएलआर दरें लागू हो गई हैं।

उधर HDFC बैंक ने ग्राहकों दिया जोरदार झटका देते हुए अपना होम लोन महंगा कर दिया है। इसकी वजह से लोगों की EMI बढ़ेगी। बता दें कि आरबीआई के रेपो रेट बढ़ाने के बाद ये इजाफा हुआ है।

Axis Bank ने की 30 आधार अंकों की बढ़ोतरी

एक्सिस बैंक के अनुसार 1-वर्ष की MCLR अब पिछले 8.45% से बढ़कर 8.75% हो गई है। जबकि 2 वर्ष और 3 वर्ष की MCLR अब क्रमशः 8.55% और 8.60% की तुलना में 8.85% और 8.90% है। इस बीच छह महीने की एमसीएलआर 8.40% से बढ़कर 8.70% हो गई है और तीन महीने की एमसीएलआर पहले के 8.35% से बढ़कर 8.65% हो गई है। पिछले 8.25% की तुलना में एक महीने और ओवरनाइट अवधि की एमसीएलआर 8.55% है। बैंक ने कहा कि ये दरें अगली समीक्षा तक मान्य रहेंगी।

बेस रेट 9.15% पर बना रहा, जो 17 सितंबर 2022 से प्रभावी है। आपको बता दें कि आधार दर और एमसीएलआर की समय-समय पर बैंक द्वारा समीक्षा की जाती है और उनमें बदलाव किया जाएगा या नहीं, यह बैंक का पॉलिसी डिसीजन होता है।

क्या सभी लेनदारों की ईएमआई बढ़ेगी

सभी लेनदारों को अपने ऋण चुकौती पर एमसीएलआर में बढ़ोतरी का सामना नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि एक्सिस बैंक ने आरबीआई के सर्कुलर के के रूप में 01 अक्टूबर, 2019 से रेपो दर को बाहरी बेंचमार्क उधार दर के रूप में अपनाया है। सीधे शब्दों में कहें तो 01 अक्टूबर, 2019 से सभी नए फ्लोटिंग रेट लोन और क्रेडिट लिमिट को रेपो रेट से जोड़ा जाएगा।

HDFC बैंक ने ग्राहकों दिया जोरदार झटका

निजी सेक्टर के दूसरे सबसे बड़े बैंक HDFC ने अपने प्राइम लेंडिंग रेट (RPLR) में 35 बेसिस प्वाइंट यानी 0.35 फीसदी की बढ़ोतरी करने का फैसला किया है। इस इजाफे के बाद होम लोन न्यूनतम अब 8.65 फीसदी हो गई है। HDFC बैंक के अनुसार, होम लोन पर 8.65 फीसदी की ब्याज दर सिर्फ उन ग्राहकों के लिए होगी, जिनका क्रेडिट स्कोर 800 या उससे अधिक होगा। आपको बता दें कि इस साल मई से HDFC अपनी लोन की दरों में 2.25 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर चुका है।

एचडीएफसी ने पिछले महीने भी अपनी प्राइम लेंडिंग रेट में बढ़ोतरी का ऐलान किया था। बैंक का एडजस्टेबल रेट होम लोन बेंचमार्क रेट RPLR से जुड़ा होता है।

क्या होता है ब्याज बढ़ने से

होम लोन पर ब्याज दर बढ़ने से हर तरह के लोन महंगे हो जाते हैं। इससे लोन की ईएमआई बढ़ जाती है। लेकिन बैंक सीधे EMI की धनराशि नहीं बढ़ाते। वे लोन की अवधि बढ़ा देते हैं। यानी बैंक फौरी तौर पर आपसे अधिक पैसे की डिमांड नहीं करते, बल्कि आपके लोन का टेन्योर बढ़ा देते हैं।

ये भी पढ़ें-

LIC की पॉलिसी ली है तो आज ही कर लें ये काम, जरा-सी गलती से हो सकता है बड़ा नुकसान

मैच्योरिटी से पहले तोड़नी है FD तो जान लें इन बैंकों के नियम, जरा-सी गलती से डूब जाएगी मेहनत की कमाई