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Bajaj Housing Finance में भारी गिरावट, शेयर बेचकर क्यों भाग रहे निवेशक?

Bajaj Housing Finance Share price बजाज हाउसिंग फाइनेंस के शेयर लिस्टिंग के बाद से लगातार चर्चा है। इसने निवेशकों को 114 फीसदी का बंपर लिस्टिंग गेन दिया। उसके बाद भी लगातार अपर सर्किट लगे। हालांकि अब बजाज हाउसिंग फाइनेंस में मुनाफावसूली हावी हो गई है। आइए जानते हैं कि बजाज हाउसिंग के शेयरों में गिरावट की क्या वजह है और इसे लेकर निवेशकों की क्या राय है।

By Jagran News Edited By: Suneel Kumar Updated: Thu, 19 Sep 2024 12:53 PM (IST)
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बजाज हाउसिंग का शेयर 188.50 रुपये का हाई बनाने के बाद अब 156.29 रुपये के स्तर पर आ गया है।

बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। बजाज हाउसिंग फाइनेंस के शेयर 16 सितंबर को 114 फीसदी के भारी लिस्टिंग गेन के साथ 150 रुपये पर लिस्ट हुआ था। फिर इसमें लगातार दो दिन 10 फीसदी का अपर सर्किट भी लगा। हालांकि, अब बजाज हाउसिंग फाइनेंस के निवेशक जमकर मुनाफावसूली कर रहे हैं। बजाज हाउसिंग के शेयरों में गुरुवार को 10 फीसदी तक गिरावट देखने को मिली। इससे पहले बुधवार को भी बजाज हाउसिंग के शेयरों में गिरावट आई थी। दोपहर 12.45 तक बजाज हाउसिंग के शेयर 7.68 फीसदी की गिरावट के साथ 160.32 रुपये पर कारोबार कर रहे थे।

Bajaj Housing Finance के शेयरों में गिरावट क्यों?

बजाज हाउसिंग का शेयर 188.50 रुपये का हाई बनाने के बाद अब 156.29 रुपये के स्तर पर आ गया है। इसकी बड़ी वजह है कि मार्केट एनालिस्ट की बजाज हाउसिंग को लेकर राय। उनका मानना है कि बजाज हाउसिंग के स्टॉक का वैल्यूएशन काफी अधिक है। कई दूसरे हाउसिंग फाइनेंस स्टॉक काफी सस्ते में मौजूद हैं।

अब लिस्टिंग के बाद निवेशकों का मुनाफा सिर्फ 4.16 फीसदी रह गया है। हालांकि, एक्सपर्ट का कहना है कि यह स्टॉक लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए काफी अच्छा है और आईपीओ निवेशकों को कुछ मुनाफावसूली करके शेयर को होल्ड करना चाहिए।

बजाज हाउसिंग पर क्या है ब्रोकरेज हाउस की राय?

घरेलू ब्रोकरेज फर्म फिलिपकैपिटल ने 210 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ बजाज हाउसिंग फाइनेंस की कवरेज शुरू की है। उसका कहना है कि बहुत से लोग होम लोन लेने के लिए नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों को काफी पसंद करते हैं। खासकर 50 लाख रुपये के लोन टिकट साइज के लिए। इसका बजाज हाउसिंग को फायदा मिल सकता है, जो देश की सबसे प्रतिष्ठित एनबीएफसी में से एक है।

SMT की को-फाउंडर और सेबी-रजिस्टर्ड रिसर्च एनालिस्ट वीएलए अंबाला कहना है कि निवेशक 130 रुपये तक गिरने के बाद भी निवेशकों 50 फीसदी होल्डिंग बनाकर रखनी चाहिए। उन्होंने लॉन्ग-टर्म के लिए 300 से 800 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है।

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