Move to Jagran APP

Bank of India ने जारी किए Q1 के नतीजे, नेट प्रॉफिट 3 गुना बढ़कर हुआ 1551 करोड़ रुपये

सरकारी बैंकों में से एक बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) ने भी आज जून तिमाही के नतीजे जारी किए। परिणामों के मुताबिक बीओआई ने बताया कि 2024 की पहली तिमाही में उसका शुद्ध लाभ लगभग तीन गुना बढ़कर 1551 करोड़ रुपये हो गया। बीओआई ने कमाई में वृद्धि का कारण गैर-निष्पादित ऋण (एनपीए) में गिरावट को बताया है। पढ़िए क्या है पूरी खबर।

By Gaurav KumarEdited By: Gaurav KumarUpdated: Fri, 28 Jul 2023 07:36 PM (IST)
Hero Image
Bank of India Q1 profit surges nearly three-fold to Rs 1,551 cr
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क: तिमाही नतीजे जारी करने के सिलसिले में देश की सरकारी बैंकों में से एक बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) ने भी आज जून तिमाही के नतीजे जारी कर दिए है।

नतीजों के मुताबिक बीओआई ने वित्त वर्ष 24 के पहले तिमाही में नेट प्रॉफिट लगभग तीन गुना बढ़कर 1,551 करोड़ रुपये हो गया। बीओआई ने प्रॉफिट बढ़ने का कारण बैड लोन (एनपीए) में गिरावट को बताया है।

कितनी बढ़ी कुल आय?

बीओआई ने रेगुलेटरी फाइलिंग में बताया कि कंपनी ने एक साल पहले की अवधि में 561 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। बैंक ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कुल आय बढ़कर 15,821 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले इसी अवधि में 11,124 करोड़ रुपये थी।

कैसा रहा आज बैंक का शेयर?

शेयर बाजार में आज बीओआई का शेयर लाल निशान पर बंद हुआ। बैंक का शेयर आज एनएसई पर 0.75 रुपये कम होकर 84 रुपये पर बंद हुआ। 

कितना घटा एनपीए?

बैंक की ब्याज आय भी एक साल पहले समान तिमाही में 9,973 करोड़ रुपये से बढ़कर 14,359 करोड़ रुपये हो गई। एसेट क्वालिटी के मामले में, बैंक के बैड लोन (एनपीए) में सुधार देखने को मिला जो जून 2023 तक एक साल पहले के 9.30 प्रतिशत से घटकर 6.67 प्रतिशत हो गया।

नेट एनपीए भी पिछले वर्ष की समान अवधि के 2.21 प्रतिशत के मुकाबले घटकर 1.65 प्रतिशत रह गया। जिसके कारण बैड लोन के लिए प्रावधान घटकर 777 करोड़ रुपये रह गया, जो एक साल पहले समान तिमाही में 1,304 करोड़ रुपये था।

पूंजी पर्याप्तता अनुपात भी घटा

बैंक का प्रावधान कवरेज अनुपात जून 2023 तक बढ़कर 89.52 प्रतिशत हो गया, जो पिछले वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही के अंत में 87.96 प्रतिशत था। जून के अंत में बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात (Capital Adequacy Ratio) एक साल पहले के 15.61 प्रतिशत की तुलना में मामूली गिरावट के साथ 15.60 प्रतिशत हो गया।