बैंकिंग सेक्टर की अच्छी वित्तीय स्थिति भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास में होगी मददगार: RBI के उप-गवर्नर
रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर स्वामीनाथन जानकीरमन (Swaminathan Janakiraman) ने बैंकिंग सेक्टर की वित्तीय स्थिति को लेकर अपना मत रखा। उन्होंने कहा कि बैंकिंग सेक्टर वित्तीय मापदंडों के मामले में दशक के उच्चतम स्तर पर है। बैंकिंग सेक्टर की यह अच्छी स्थिति भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास के महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। बैंकिंग सेक्टर की यह स्थिति भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास को समर्थन देगी।
पीटीआई, नई दिल्ली। रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर स्वामीनाथन जानकीरमन (Swaminathan Janakiraman) ने बैंकिंग सेक्टर की वित्तीय स्थिति को लेकर अपनी बात रखी।
उन्होंने कहा कि बैंकिंग सेक्टर वित्तीय मापदंडों के मामले में दशक के उच्चतम स्तर पर है। बैंकिंग सेक्टर की यह अच्छी स्थिति भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास को समर्थन देने के लिए पूरी तरह तैयार है।
RBI ऑडिटिंग प्रॉसेस को बना रहा है बेहतर
वाणिज्यिक बैंकों और सभी भारतीय वित्तीय संस्थानों के मुख्य वित्तीय अधिकारियों और दूसरे अधिकारियों को एक सम्मेलन में संबोधित करते हुए, डिप्टी गवर्नर ने कहा कि रिजर्व बैंक ने ऑडिटिंग प्रॉसेस को बेहतर बनाने के लिए कई पहल शुरू की हैं।इनमें सुपरवाइजरी टीम और ऑडिटर्स के बीच स्ट्रक्चर मीटिंग मैकेनिज्म को शामिल किया गया है। इसके अलावा, इनमें एक्सेप्शन रिपोर्टिंग, ऑडिटर्स के ऑपइंटमेंट प्रॉसेस को सुव्यवस्थित करना और ऑडिटर्स की स्वतंत्रता को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा उपाय शामिल हैं।
ऑडिट प्रक्रियाओं में कठोरता हो लागू
उन्होंने कहा, "ऑडिटरों को वैधानिक और विनियामक आवश्यकताओं के गैर-अनुपालन की किसी भी संभावना को कम करने के लिए अपनी ऑडिट प्रॉसेस में उचित कठोरता लागू करनी चाहिए।इसके अलावा, ऑडिटर की भूमिका का एक महत्वपूर्ण पहलू वित्तीय रिपोर्टिंग पर इंटरनल फाइनेंशियल कंट्रोल का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन करना है।"ये भी पढ़ेंः RBI Action: एक्शन मोड में आरबीआई, 2 NBFC का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट हुआ रद्द