रिन्यूएबल एनर्जी में आएगी क्रांति, 32.45 लाख करोड़ का कर्ज देंगे बैंक
ऊर्जा मंत्री प्रह्लाद जोशी ने गांधीनगर में आयोजित चौथे री-इन्वेस्ट कार्यक्रम में कहा कि मैं सभी हितधारकों को भारत के जीवंत और तेजी से बढ़ते अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में निवेश करने के लिए आमंत्रित करता हूं। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे भारत वैश्विक मंच पर आगे बढ़ रहा है आपके निवेश को हमारे बढ़ते प्रभाव और रणनीतिक अंतरराष्ट्रीय साझेदारी से लाभ होगा।
पीटीआई, गांधीनगर। नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सोमवार को निवेशकों से भारत में निवेश करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि बैंकों और वित्तीय संस्थानों ने हरित परियोजनाओं के लिए 32.45 लाख करोड़ रुपये के वित्तपोषण की प्रतिबद्धता जताई है। चौथे 'री-इन्वेस्ट 2024' कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए जोशी ने कहा, 'हमें 2030 तक 500 गीगावाट के अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ ही डेवलपर, निर्माताओं और वित्तीय संस्थानों से भारी प्रतिबद्धताएं मिली हैं।'
सीआईआई के साथ साझेदारी में नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा री-इन्वेस्ट का आयोजन कर रहा है। उन्होंने बताया कि डेवलपर ने अतिरिक्त 570 गीगावाट क्षमता जोड़ने की प्रतिबद्धता जताई है। उन्होंने कहा कि मैन्युफैक्चरर्स ने सौर मॉड्यूल में 340 गीगावाट, सौर सेल में 240 गीगावाट, पवन टरबाइन में 22 गीगावाट और इलेक्ट्रोलाइजर में 10 गीगावाट की अतिरिक्त विनिर्माण क्षमता की प्रतिबद्धता जताई है। बैंक और वित्तीय संस्थानों ने 2030 तक 386 अरब डालर (32.45 लाख करोड़ रुपये) के अतिरिक्त वित्तपोषण के लिए प्रतिबद्धता जताई है।
अक्षय ऊर्जा क्षमता 207.7 गीगावाट हुई
जोशी ने कहा, ''मैं सभी हितधारकों को भारत के जीवंत और तेजी से बढ़ते अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में निवेश करने के लिए आमंत्रित करता हूं।'' उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे भारत वैश्विक मंच पर आगे बढ़ रहा है, आपके निवेश को हमारे बढ़ते प्रभाव और रणनीतिक अंतरराष्ट्रीय साझेदारी से लाभ होगा। उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर इस दृष्टिकोण को हकीकत में बदलें और भारत की अपार संभावनाओं का दोहन करें।
उन्होंने कहा कि हमारी स्थापित अक्षय ऊर्जा क्षमता मार्च 2014 में 75.52 गीगावाट से बढ़कर अब 207.7 गीगावाट से अधिक हो गई है। उन्होंने कहा कि यह पिछले 10 वर्षों में 175 प्रतिशत की अभूतपूर्व वृद्धि है। मंत्री ने बताया कि 2014 से अब तक भारत में कुल अक्षय ऊर्जा उत्पादन 86 प्रतिशत बढ़कर 193.50 अरब यूनिट से 360 अरब यूनिट पर पहुंच गया है।
अदाणी ग्रुप करेगा 4.05 लाख करोड़ का निवेश
अदाणी समूह ने सोमवार को कहा कि उसने चौथे वैश्विक नवीकरणीय ऊर्जा निवेशक सम्मेलन एवं प्रदर्शनी (री-इन्वेस्ट) 2024 के दौरान सौर, पवन और ग्रीन हाइड्रोजन जैसी नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं में 4,05,800 करोड़ रुपये निवेश करने का संकल्प लिया है। समूह की कंपनियों-अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) और अदाणी न्यू इंडस्ट्रीज लिमिटेड (एएनआईएल) ने 2030 तक नवीकरणीय परियोजनाओं में निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई है।
भारत की सबसे बड़ी नवीकरणीय ऊर्जा कंपनी अदाणी ग्रीन एनर्जी ने 2030 तक 50 गीगावाट क्षमता (वर्तमान में 11.2 गीगावाट परिचालन क्षमता) हासिल करने की प्रतिबद्धता जताई है। अदाणी न्यू इंडस्ट्रीज 10 गीगावाट का सौर विनिर्माण संयंत्र, पांच गीगावाट का पवन विनिर्माण, 10 गीगावाट का ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन और पांच गीगावाट का इलेक्ट्रोलाइजर विनिर्माण संयंत्र स्थापित करेगी। इन निवेश से 71,100 लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है।
64 हजार करोड़ का निवेश करेगी टोरेंट पावर
टोरेंट पावर ने नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए 64 हजार करोड़ रुपये के निवेश का वादा किया। इन परियोजनाओं की स्थापना से 26 हजार लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिलने की उम्मीदह है। टोरेंट पावर ने सोमवार को गुजरात के द्वारका में 5 गीगावाट सौर, पवन या सौर-पवन हाइब्रिड परियोजना के लिए गुजरात सरकार के साथ एक एमआयू पर हस्ताक्षर किए।
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