घाटे के बाद BPCL ने की रिकॉर्ड तोड़ कमाई, सितंबर तिमाही में इतना बढ़ा प्रॉफिट
कंपनियों द्वारा तिमाही नतीजों का सिलसिला जारी है। आज भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने सितंबर को समाप्त तिमाही नतीजों का एलान किया है। कंपनी ने बताया कि इस तिमाही उनकी इनकम के साथ मार्केटिंग मार्जिन में भी बढ़ोतरी हुई है। इस तिमाही कंपनी ने रिकॉर्ड कमाई की है। बीते दिन कंपनी के शेयर रुपये प्रति शेयर पर बंद हुए थे।
By AgencyEdited By: Priyanka KumariUpdated: Sat, 28 Oct 2023 04:45 PM (IST)
पीटीआई, नई दिल्ली। भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के नतीजों का एलान किया है। कंपनी ने बताया कि इस तिमाही उनके मार्केटिंग मार्जिन और कमाई में बढ़ोतरी हुई है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि जुलाई-सितंबर में समेकित शुद्ध लाभ 8,243.55 करोड़ रुपये रहा, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में 338.49 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
कंपनी ने मार्केटिंग मार्जिन में बढ़ोतरी की सहायता से कंपनी का मार्जिन बढ़ा है। इसी के साथ कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बावजूद पेट्रोल और डीजल की कीमतों में संशोधन पर रोक ने भी कंपनी के प्रॉफिट को बढ़ाने में मदद किया है और कंपनी के नुकसान की भरपाई भी हो गई है।
बीपीसीएल के तिमाही नतीजे
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में डाउनस्ट्रीम ऑयल रिफाइनिंग और मार्केटिंग कारोबार से टैक्स ऑफटर इनकम 11,283.29 करोड़ रुपये रही, जबकि पिछले साल की समान अवधि में 123.17 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।पिछले साल, यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद वैश्विक तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद देश की सरकारी तेल कंपनियों बीपीसीएल, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (आईओसी) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों को कम किया था। यह उपभोक्ताओं को मूल्य अस्थिरता से बचाने के उद्देश्य से था। इस वजह से वित्तीय वर्ष 2022-23 की पहली छमाही में तीन कंपनियों को घाटे का सामना करना पड़ा।
पिछले वित्त वर्ष की अप्रैल-सितंबर 2022 तिमाही में कंपनी को 6,486.43 करोड़ रुपये का घाटा हुआ। हालांकि, इस साल इसने अप्रैल-सितंबर 2023 में 18,887.85 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड कमाई दर्ज हुई है।तेल की कम कीमतों के कारण जुलाई-सितंबर में कंपनी के राजस्व पिछले साल के 1.28 लाख करोड़ रुपये से गिरकर 1.16 लाख करोड़ रुपये हो गया।
बीपीसीएल ने कहा कि अप्रैल-सितंबर 2023 में कच्चे तेल के प्रत्येक बैरल को ईंधन में बदलने पर उसने 15.42 अमेरिकी डॉलर कमाए, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में सकल रिफाइनिंग मार्जिन 22.30 अमेरिकी डॉलर था।वित्त वर्ष 23-24 की दूसरी तिमाही में स्टैंडअलोन EBITDA 13,679.21 करोड़ रुपये रहा। वहीं पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी का EBITDA 1,991.41 करोड़ रुपये था। कंपनी के रिफाइनरी थ्रूपुट में भी इस तिमाही में वृद्धि हुई है। इस तिमाही कंपनी का रिफाइनरी थ्रूपुट 8.82 मिलियन टन के मुकाबले 9.35 मिलियन टन था। इसके अलावा कंपनी की बाजार में बिक्री 12.19 मिलियन टन थी। यह एक साल पहले इसी अवधि में 11.44 मिलियन टन थी। इसका मतलब है कि दूसरी तिमाही में कंपनी की बिक्री 6.56 फीसदी बढ़ी है।
बीपीसीएल ने एक बयान में कहा कि हमने वित्त वर्ष 23-24 की पहली छमाही के दौरान अपना अब तक का उच्चतम औसत 11.98 प्रतिशत मिला है। यह इथेनॉल मिश्रण के द्वारा हासिल किया है। इस साल वित्त वर्ष 23-24 की पहली छमाही में 300 नए ईंधन स्टेशन जोड़े। अब कंपनी का नेटवर्क 21,331 हो गया है। वित्त वर्ष 23-24 की पहली छमाही में 44 सीएनजी स्टेशन चालू किए गए। अब कंपनी का कुल सीएनजी स्टेशन 1,640 हो गए।