बिल गेट्स ने भी हिंदुस्तानियों का माना लोहा, कहा- इनोवेशन में भारत का कोई तोड़ नहीं
बिल गेट्स ने टेक्नोलॉजी के साथ कृषि और स्वास्थ्य सेवा में तरक्की के लिए भारत की तारीफों के पुल बांधे। उन्होंने कहा कि इन नवाचारों से लोगों की जिंदगी बेहतर करने में मदद मिलेगी। अमेरिकी अरबपति बिल गेट्स ने कार्यक्रम में तिरंगे के रंग का दुपट्टा पहन रखा था। उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में कार्यक्रम की तस्वीरें साझा की और समारोह में हिस्सा लेने को सम्मान की बात बताया।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। माइक्रोसॉफ्ट को-फाउंडर और मशहूर परोपकारी बिल गेट्स ने अमेरिका के ग्रेटर सिएटल क्षेत्र में पहली बार भारत दिवस समारोह की शुरुआत की और भारत को अलग-अलग क्षेत्रों में अभूतपूर्व नवाचारों वाला 'ग्लोबल लीडर" बताया। उन्हें भारत के महावाणिज्य दूतावास ने बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया था। गेट्स ने टेक्नोलॉजी के साथ कृषि और स्वास्थ्य सेवा में तरक्की के लिए भारत की तारीफों के पुल बांधे। उन्होंने कहा कि इन नवाचारों से लोगों की जिंदगी बेहतर करने में मदद मिलेगी।
तिरंगे का दुपट्टा पहने थे बिल गेट्स
अमेरिकी अरबपति बिल गेट्स ने कार्यक्रम में भारतीय तिरंगे के रंग का दुपट्टा पहन रखा था। उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में कार्यक्रम की तस्वीरें साझा की और समारोह में हिस्सा लेने को सम्मान की बात बताया। गेट्स ने लिखा, "भारत प्रौद्योगिकी, कृषि और स्वास्थ्य सेवा जैसे क्षेत्रों में अभूतपूर्व नवाचारों वाला वैश्विक नेता है, जो जीवन को बचा रहा है और बेहतर बना रहा है। भारत सरकार परोपकारी लोगों, निजी क्षेत्र, गैर-लाभकारी संस्थाओं और भारतीय अमेरिकी समुदाय के साथ सहयोग करना सम्मान की बात है। सभी भारतीयों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं!"
दूतावास ने गेट्स को शुक्रिया कहा
वहीं, सिएटल में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने कार्यक्रम का उद्घाटन करने के लिए गेट्स का आभार व्यक्त किया। वाणिज्य दूतावास ने एक्स पर पोस्ट किया, "ग्रेटर सिएटल क्षेत्र में पहले भारत दिवस समारोह को हरी झंडी दिखाने के लिए बिल गेट्स को धन्यवाद।" वाणिज्य दूतावास ने कांग्रेस की महिला सदस्य सुजान के डेलबेने और किम श्रियर, कांग्रेसी एडम स्मिथ, वाशिंगटन के लेफ्टिनेंट गवर्नर डेनी हेक और वाशिंगटन के राज्य सचिव स्टीव हॉब्स की भागीदारी को भी स्वीकार किया। इसके अतिरिक्त, बेलेव्यू, टैकोमा, केंट, ऑबर्न, रेंटन, सीटैक, स्नोक्वाल्मी और मर्सर आइलैंड सहित कई निकटवर्ती शहरों के महापौरों ने समारोह में भाग लिया और भारतीय समुदाय के प्रति अपना समर्थन दिखाया।
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