Cryptocurrency की दुनिया में नई हलचल, 13 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंचा Bitcoin
दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन के निवेशकों पर आज जोरदार धनवर्षा हुई है। आज बिटकॉइन की वैल्यू अपने 13 महीनों में अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। आपको बता दें कि आज बिटकॉइन 3.28 प्रतिशत बढ़ा है। आज इस खबर में जानिए वर्तमान में बिटकॉइन की कीमत कितनी है और उसका एमकैप अब कितना हो गया है। पढ़िए पूरी जानकारी।
नई दिल्ली,बिजनेस डेस्क: क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वाले निवेशकों के लिए भव्य खबर सामने आ रही है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, गुरुवार, 6 जुलाई यानी आज बिटकॉइन अपने 13 महीनों में अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। आज बिटकॉइन 3.28 प्रतिशत बढ़कर 31,500 डॉलर (लगभग 25,97,767 रुपये) हो गया।
बिटकॉइन ईटीएफ लॉन्च करने का मिला समर्थन
आपको बता दें कि बिटकॉइन दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी है। बिटकॉइन को हाल ही में यूएस-सूचीबद्ध स्पॉट बिटकॉइन ईटीएफ लॉन्च करने के लिए वैश्विक परिसंपत्ति प्रबंधक ब्लैकरॉक (BlackRock) सहित फंड प्रबंधकों की योजनाओं के कारण समर्थन मिला।
कितना है बिटकॉइन का mCap?
क्रिप्टो ट्रेडिंग एक्सचेंज कॉइनमार्केटकैप (CoinMarketCap) के अनुसार, बिटकॉइन का मौजूदा बाजार पूंजीकरण (mCap) 2.2 प्रतिशत बढ़कर 610,122,773,744 डॉलर हो गया है।
करीब एक साल पहले 7 जुलाई 2022 को बिटकॉइन की कीमत 20,547.81 डॉलर थी जो आज के समय यानी 6 जुलाई 2023 को इसकी कीमत 29,940 डॉलर है।
अमेरिकी प्रतिभूति नियामक द्वारा कथित तौर पर प्रारंभिक फाइलिंग पर चिंता जताए जाने के बाद सोमवार को सार्वजनिक की गई एक फाइलिंग के अनुसार, नैस्डैक ने ब्लैकरॉक्स के ईटीएफ को सूचीबद्ध करने के लिए अपना आवेदन फिर से दाखिल किया।
कॉइनबेस ग्लोबल इंक करेगी बाजार निगरानी
गुरुवार को यूएस एसईसी (US SEC) को सौंपी गई ताजा फाइलिंग में कहा गया है कि कॉइनबेस ग्लोबल इंक (Coinbase Global Inc) दुनिया के सबसे बड़े परिसंपत्ति प्रबंधक से प्रस्तावित ईटीएफ के समर्थन में बाजार निगरानी प्रदान करेगा।
यह कदम नियामक द्वारा कथित तौर पर नैस्डैक द्वारा प्रारंभिक फाइलिंग के अस्पष्ट और अपूर्ण होने पर चिंताओं के बाद उठाया गया है। इसने फिडेलिटी की फाइलिंग से संबंधित कॉबो के समान चिंताओं को चिह्नित किया था।
भारत में कितना लगता है टैक्स
आपको बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण 2022 में भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर पूंजीगत लाभ बिना किसी छूट के 30 प्रतिशत कर (साथ ही अधिभार और 4 प्रतिशत उपकर) के अधीन लाने की घोषणा की थी।