PM Mudra Loan: रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए मुद्रा का विस्तार
भाजपा एक तरफ से इंफ्रास्ट्रक्चर और प्रौद्योगिक आधारित संगठित औद्योगिक क्षेत्रों को प्रोत्साहन दे कर पढ़े लिखे व प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार देने का बात कर रही है तो दूसरी तरफ उद्यमिता को बढ़ाने का भी वादा किया है। भाजपा का एक बड़ा वादा यह है कि मुद्रा योजना के तहत कर्ज लेने की मौजूदा दस लाख रुपये की सीमा को बढ़ा कर 20 लाख रुपये कर किया जाएगा।
जयप्रकाश रंजन, नई दिल्ली। चुनावी गहमागहमी में बेरोजगारी के मुद्दे को गरम रखने की कोई भी कोशिश विपक्ष छोड़ नहीं रहा। ऐसे में भाजपा की तरफ से रविवार को जारी घोषणा पत्र रोजगार के मुद्दे पर जनता को भरोसा दिलाने की कोशिश है कि यह मुद्दा उसके लिए भी बहुत अहम है और अगर वह सत्ता में पुन: वापस आती है तो इस बारे में वह क्या कदम उठाने की मंशा रखती है।
भाजपा एक तरफ से इंफ्रास्ट्रक्चर और प्रौद्योगिक आधारित संगठित औद्योगिक क्षेत्रों को प्रोत्साहन दे कर पढ़े लिखे व प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार देने का बात कर रही है तो दूसरी तरफ उद्यमिता को बढ़ाने का भी वादा किया है। भाजपा का एक बड़ा वादा यह है कि मुद्रा योजना के तहत कर्ज लेने की मौजूदा दस लाख रुपये की सीमा को बढ़ा कर 20 लाख रुपये कर किया जाएगा। यह सुविधा उन युवा उद्यमियों को मिलेगी जो समय पर कर्ज का भुगतान करते हैं।
कोविड महामारी के बाद से इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में भारी भरकम निवेश कर रही भाजपा सरकार ने इस काम को आगे भी जारी रखने की बात कही है। इससे देश में सड़कों, बंदरगाहों आदि का निर्माण तो होता ही है लेकिन इसका दूसरा एक बड़ा फायदा रोजगार सृजन में होता है।
भाजपा ने असंगठित क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों में हो रही वृद्धि को पहचाना है और वादा किया है कि नये किस्म के उद्यमों में काम करने वाले कामगारों (गिग-वर्कर्स) का ई-श्रम पंजीकरण सुनिश्चित किया जाएगा ताकि उन्हें कई तरह की स्कीमों का लाभ मिल सके। रेहड़ी पटरी लगाने वालों के लिए शुरू की गई पीएम स्वनिधि योजना का विस्तार गांवों व कस्बों में फेरी लगाने वालों व घूम-घूम कर समान बेचने वालों के लिए भी होगा।
घोषणापत्र से यह भी स्पष्ट है कि बेरोजगारी को भाजपा एक बड़ा मुद्दा मानती है। क्योंकि इसके कई हिस्सों में पार्टी ने नये रोजगार के अवसर देने की भावी संभावनाओं पर बहुत प्रमुखता से उभारा। जैसे जब वर्ष 2030 तक भारत को इलेक्ट्रोनिक्स मैन्युफैक्चरिंग का हब बनाने की बात कही गई है वहां भी यह बताया गया है कि इससे रोजगार के अवसरों में बहुत ज्यादा वृद्धि होगी।
पिछले 10 वर्षों में इस सेक्टर में देश में 100 अरब डॉलर का निवेश किया गया है और पार्टी का वादा है कि अगले पांच वर्षों मे इसमें तीन गुणा विस्तार होगा। जाहिर है कि इससे जितनी नौकरियां मिली हैं उसमें भी तीन गुणा वृद्धि होगी। टेक्सटाइल उद्योग में सबसे ज्यादा रोजगार मिलता है। घोषणा पत्र ने कहा है कि कपड़ा उद्योग में रोजगार की असीमित संभावनाएं हैं और इस बारे में पिछले प्रयासों को और तेज किया जाएगा।
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