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मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर में जारी रहेगा बूम, क्या महंगाई से भी मिलेगी राहत?

चालू वित्त वर्ष 2024-25 के आने वाले महीनों में भी मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर में तेजी जारी रहेगी। वहीं महंगाई में कमी आएगी। शुक्रवार को जारी वित्त मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक आने वाले महीनों में मजबूत घरेलू मांग के साथ विदेशी मांग में भी तेजी से मैन्युफैक्चरिंग और बढ़ेगा। रबी की अच्छी फसल व सामान्य मानसून रहने से महंगाई में कमी आने का आसार है।

By Jagran News Edited By: Suneel Kumar Updated: Fri, 24 May 2024 09:30 PM (IST)
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आने वाले महीनों में मजबूत घरेलू मांग के साथ विदेशी मांग में भी तेजी से मैन्युफैक्चरिंग और बढ़ेगा।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2024-25 के आने वाले महीनों में भी मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर में तेजी जारी रहेगी। वहीं, महंगाई में कमी आएगी। शुक्रवार को जारी वित्त मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक आने वाले महीनों में मजबूत घरेलू मांग के साथ विदेशी मांग में भी तेजी से मैन्युफैक्चरिंग और बढ़ेगा।

फिजिकल व डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर एवं लॉजिस्टिक सेक्टर में निवेश एवं नीतिगत समर्थन से सर्विस सेक्टर को प्रोत्साहन मिलेगा। होटल और पर्यटन सेक्टर में तेज रिकवरी से ट्रांसपोर्ट व रियल एस्टेट सेक्टर में तेजी आएगी। इन सबके साथ रबी की अच्छी फसल व सामान्य मानसून रहने के साथ खाद्य वस्तुओं की कीमतों में नियंत्रण के लिए किए गए सरकारी प्रयास की बदौलत महंगाई कम रहेगी और वैश्विक उथल-पुथल से महंगाई दर प्रभावित नहीं होगी।

गाड़ियों की बिक्री, यूपीआई पेमेंट दमदार

चालू वित्त वर्ष के पहले माह अप्रैल में रिकार्ड जीएसटी संग्रह के साथ वाहनों के पंजीयन, ट्रैक्टर की बिक्री, स्टील व बिजली की खपत, टोल संग्रह, यूपीआई भुगतान व निर्यात जैसी आर्थिक गतिविधियों में सकारात्मक बढ़ोतरी रही। मैन्युफैक्चरिंग व सर्विस सेक्टर के मजबूत प्रदर्शन से इस साल पहली तिमाही (जनवरी-मार्च) में शहरी बेरोजगारी दर कम हो कर 6.7 प्रतिशत हो गई।

वित्त मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका एवं यूरोप में औद्योगिक गतिविधियां तेज हो गई है और वे अपनी सप्लाई चेन का विस्तार चाहते हैं। इससे भारतीय मैन्युफैक्चरिंग को लाभ मिलेगा क्योंकि अमेरिका व यूरोप चीन प्लस वन की रणनीति पर काम कर रहे हैं।

निर्यात में दहाई अंक की बढ़ोतरी?

एग्जिम बैंक ने तो चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के निर्यात में दहाई अंक में बढ़ोतरी का अनुमान जाहिर किया है। इस साल अप्रैल में सर्विस निर्यात में 14.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई और मंत्रालय का अनुमान है कि यह गति पूरे वित्त वर्ष में बनी रह सकती है।

वित्त मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक इस साल अप्रैल में खुदरा महंगाई दर 4.83 प्रतिशत के साथ 11 माह के निचले स्तर पर पहुंच गई, लेकिन आने वाले महीनों में खुदरा महंगाई में और कमी आ सकती है। मंत्रालय का कहना है कि कई खाद्य वस्तुओं की खुले बाजार में बिक्री, उनके निर्यात पर रोक, स्टॉक सीमा तय करने जैसे विभिन्न सरकारी प्रयासों से महंगाई को कम करने में मदद मिली है।

मंत्रालय का अनुमान है कि रबी की फसल अच्छी होने से गेहूं व चना के दाम में कमी आएगी। इस बार मानसून के सामान्य रहने से भी खाद्य पदार्थों की कीमतें नियंत्रण में रहेगी। आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में खुदरा महंगाई दर 4.9 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।