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बीपीसीएल अगले पांच साल में 1.7 लाख करोड़ रुपये का करेगी निवेश

कंपनी के चेयरमैन जी कृष्णकुमार ने सालाना रिपोर्ट में कहा है कि बीपीसीएल अब प्रोजेक्ट एस्पायर के रूप में कई दशक की आकांक्षी यात्रा के पहले चरण को लागू कर रही है। इसका पांच साल का रणनीतिक ढांचा दो मूलभूत स्तंभों पर आधारित है। इसमें मुख्य कारोबार को बढ़ावा और दूसरा भविष्य की परियोजनाओं में निवेश है। कृष्ण कुमार ने कहा हमारी मध्यम अवधि की रणनीति जारी है।

By Agency Edited By: Yogesh Singh Updated: Sun, 18 Aug 2024 09:00 PM (IST)
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पांच साल में लगभग 1.70 लाख करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय किया जाएगा।

पीटीआई, नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन अगले पांच साल में 1.7 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगी। कंपनी यह निवेश अपने मुख्य कारोबार तेल शोधन और ईंधन बिक्री को बढ़ाने के साथ-साथ पेट्रोरसायन तथा ग्रीन एनर्जी जैसे नए क्षेत्रों में करेगी। बीपीसीएल के पास वर्तमान में देश की कुल तेल शोधन क्षमता का लगभग 14 प्रतिशत और ईंधन खुदरा नेटवर्क का लगभग एक चौथाई हिस्सा है।

कंपनी के चेयरमैन जी कृष्णकुमार ने सालाना रिपोर्ट में कहा है कि बीपीसीएल अब 'प्रोजेक्ट एस्पायर' के रूप में कई दशक की आकांक्षी यात्रा के पहले चरण को लागू कर रही है। इसका पांच साल का रणनीतिक ढांचा दो मूलभूत स्तंभों पर आधारित है। इसमें मुख्य कारोबार को बढ़ावा और दूसरा भविष्य की परियोजनाओं में निवेश है। कृष्ण कुमार ने कहा, 'हमारी मध्यम अवधि की रणनीति जारी है।

इसके तहत एक एक तरफ जहां हम अपने मुख्य कारोबारज् पेट्रोलियम उत्पादों की रिफाइनिंग और विपणनज् तथा खोज और उत्पादन गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ पेट्रोरसायन, गैस, हरित ऊर्जा, गैर-ईंधन खुदरा और डिजिटल जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर समान रूप से ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'प्रोजेक्ट एस्पायर के तहत पांच साल में लगभग 1.70 लाख करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय किया जाएगा।' कंपनी ने 2040 तक अपने परिचालन से शुद्ध रूप से शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य रखा है।

बीना रिफाइनरी में होगा 49 हजार करोड़ बीपीसीएल

अपनी तीन तेल रिफाइनरियों में से दो में नई पेट्रोरसायन परियोजनाएं लागू कर रही है। मध्य प्रदेश में बीना रिफाइनरी में 49,000 करोड़ रुपये के निवेश से एथिलीन क्रैकर परियोजना क्रियान्वित की जा रही है। साथ ही 2029 तक तेल शोधन क्षमता को मौजूदा 78 लाख टन से बढ़ाकर 1.1 करोड़ टन सालाना किया जा रहा है। इसके अलावा, केरल में कोच्चि रिफाइनरी में एक पॉलीप्रोपिलीन परियोजना स्थापित की जा रही है। इसके 2027 तक चालू होने की उम्मीद है।'