जून तिमाही में 14 प्रतिशत बढ़ा बीएसई का बाजार पूंजीकरण, टॉप 10 शेयर बाजारों में सबसे शानदार प्रदर्शन
पहली तिमाही में बाजार पूंजीकरण में वृद्धि के मामले में भारत के बाद ताइवान और हांगकांग का नंबर आता है। इन दोनों देशों के बाजार पूंजीकरण में अप्रैल-जून के दौरान क्रमश 11 और 7.3 प्रतिशत की वृद्धि रही है। ताइवान के बाजार का पूंजीकरण 2.49 ट्रिलियन डॉलर और हांगकांग का बाजार पूंजीकरण 5.15 ट्रिलियन डॉलर है। इस दौरान ब्रिटेन के बाजार का पूंजीकरण 3.3% बढ़कर 3.2 ट्रिलियन डॉलर रहा है।
बिजनेस डेस्क, मुंबई। अप्रैल-जून 2024 तिमाही के दौरान भारतीय शेयर बाजारों का प्रदर्शन काफी बेहतर रहा है। इस दौरान बीएसई का बाजार पूंजीकरण 13.8 प्रतिशत बढ़ा है। यह दुनिया के शीर्ष-10 शेयर बाजारों में सबसे ज्यादा वृद्धि है। इस समय 5.26 ट्रिलियन डॉलर या 439.24 लाख करोड़ रुपये के बाजार पूंजीकरण के साथ भारतीय बाजार दुनिया का चौथा सबसे बड़ा बाजार है।
अप्रैल से जून के दौरान दुनिया के सबसे बड़े शेयर बाजार अमेरिका का पूंजीकरण 2.75 प्रतिशत बढ़कर 56 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंच गया है। वहीं, दुनिया के दूसरे सबसे बड़े बाजार चीन में 5.59 प्रतिशत की गिरावट रही है और अब इसका पूंजीकरण घटकर 8.6 ट्रिलियन डॉलर रह गया है।
दूसरे बाजारों का हाल
पहली तिमाही में बाजार पूंजीकरण में वृद्धि के मामले में भारत के बाद ताइवान और हांगकांग का नंबर आता है। इन दोनों देशों के बाजार पूंजीकरण में अप्रैल-जून के दौरान क्रमश: 11 और 7.3 प्रतिशत की वृद्धि रही है। अब ताइवान के बाजार का पूंजीकरण 2.49 ट्रिलियन डालर और हांगकांग का बाजार पूंजीकरण 5.15 ट्रिलियन डॉलर है। इस दौरान ब्रिटेन के बाजार का पूंजीकरण 3.3 प्रतिशत बढ़कर 3.2 ट्रिलियन डॉलर रहा है।शीर्ष-10 में शामिल अन्य देशों में सऊदी का बाजार पूंजीकरण 8.7 प्रतिशत घटकर, 2.67 ट्रिलियन डालर, फ्रांस का बाजार पूंजीकरण 7.63 प्रतिशत घटकर 3.18 ट्रिलियन डॉलर और जापान का बाजार पूंजीकरण 6.24 प्रतिशत घटकर 6.31 ट्रिलियन डॉलर रहा है। जून के दौरान सेंसेक्स और निफ्टी में करीब सात प्रतिशत की वृद्धि रही है।
इस वजह से बढ़ा पूंजीकरण
बाजार विश्लेषकों के अनुसार, पिछले कुछ महीनों के दौरान भारत के शेयर बाजारों में तेज बढ़ोतरी रही है। जिससे बीएसई का पूंजीकरण भी बढ़ा है। अब भारतीय बाजार विदेशी निवेशकों को भी आकर्षित कर रहे हैं और आने वाले समय में विदेशी निवेश में तेजी आ सकती है। पिछले हफ्ते सेसेंक्स और निफ्टी ने अपना नया ऑल टाइम हाई बनाया है।यह भी पढ़ें : GST के सात साल: राज्यों का राजस्व बढ़ा, कारोबारियों को सहूलियत हुई, जनता को भी मिला फायदा