इस साल अब तक 30 प्रतिशत चढ़ा BSE मिडकैप इंडेक्स, स्मालकैप में भी आया उछाल
विश्वास और तरलता में सुधार के बीच छोटी कंपनियों ने बड़ी कंपनियों से आगे निकलकर निवेशकों को बेहतर रिटर्न दिया है। जहां बीएसई मिडकैप सूचकांक 29.81% बढ़कर 10984.72 अंक पर पहुंच गया। वहीं स्मालकैप 27.24% बढ़कर 11628.13 अंक पर पहुंच गया। यह दर्शाता है कि घरेलू निवेशकों का भरोसा लौट रहा है और वे जोखिम लेने के लिए तैयार हैं।
पीटीआई, नई दिल्ली। देश की वृहद आर्थिक बुनियाद को लेकर भरोसे तथा घरेलू स्तर पर तरलता की स्थिति में सुधार के बीच इस साल अब तक छोटी कंपनियों के शेयरों ने निवेशकों को अधिक रिटर्न दिया है। बीएसई मिडकैप सूचकांक इस वर्ष 16 जुलाई तक 10,984.72 अंक या 29.81 प्रतिशत चढ़ा है, जबकि स्मालकैप में 11,628.13 अंक या 27.24 प्रतिशत का उछाल दर्ज किया गया है।
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक सुनील न्याति ने कहा कि मिडकैप और स्मालकैप शेयरों के बेहतर प्रदर्शन की मुख्य वजह घरेलू स्तर पर नकदी में उछाल है। म्यूचुअल फंड, पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवाओं (पीएमएस) और प्रत्यक्ष निवेश के जरिये इन क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में घरेलू धन का प्रवाह हो रहा है।
क्यों पीछे रहें शेयर
उन्होंने कहा कि हम वर्तमान में एक संरचनात्मक तेजी वाले बाजार में हैं, जहां मिडकैप और स्मालकैप शेयर बेहतर प्रदर्शन करते हैं। हालांकि बड़े शेयरों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की बिकवाली के कारण वे मिडकैप और स्मालकैप शेयरों से पीछे रह गए।बीएसई मिडकैप सूचकांक इस साल 16 जुलाई को 48,175.21 अंक के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया, जबकि स्मालकैप आठ जुलाई को 54,617.75 अंक के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंचा था। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 16 जुलाई को 80,898.3 अंक के अपने रिकार्ड उच्चस्तर पर पहुंचा था।
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क्यों बेहतर रहा मिडकैप तथा स्मालकैप का प्रदर्शन
मास्टर कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट,अरविंदर सिंह नंदा ने कहा कि इस वर्ष सेंसेक्स की तुलना में मिडकैप तथा स्मालकैप सूचकांक के बेहतर प्रदर्शन की वजह प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य सेवा और उपभोक्ता वस्तुओं में क्षेत्र-विशेष में उछाल और उनका निचला मूल्यांकन तथा अर्थव्यवस्था की उच्च वृद्धि क्षमता को दिया जा सकता है।
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