Budget 2024: Share Market पर भी पड़ता है बजट का असर, यहां समझें सेंसेक्स-निफ्टी के पिछले 10 वर्षों का लेखा-जोखा
आज केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अंतरिम बजट पेश किया है। इस बजट को लेकर देश भर की निगाहें वित्त मंत्री पर टिकी हुईं थी। शेयर बाजार की बात करें तो बजट से पहले ही भारतीय शेयर बाजार मजबूती तेजी के साथ हरे निशान पर खुला। हालांकि बाजार में उतार- चढ़ाव का दौर बना हुआ है।सवाल यह आता है कि बजट का असर बाजार पर कैसे पड़ता है।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। आज केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अंतरिम बजट पेश किया है। इस बजट को लेकर देश भर की निगाहें वित्त मंत्री पर टिकी हुईं थी।
वहीं, शेयर बाजार की बात करें तो बजट से पहले ही भारतीय शेयर बाजार मजबूती तेजी के साथ हरे निशान पर खुला।
हालांकि, बाजार में उतार- चढ़ाव का दौर बना हुआ है। अब सवाल यह आता है कि क्या बजट का असर शेयर बाजार पर पड़ता है? इस सवाल का जवाब बीते 10 सालों में सेंसेक्स-निफ्टी के उतार- चढ़ाव से कुछ बेहतर समझ आ सकता है-
पिछले 10 वर्षों में 4 वित्त मंत्रियों ने पेश किया बजट
पिछले 10 वर्षों में 4 वित्त मंत्रियों ने पी॰ चिदंबरम,अरुण जेटली, पियूष गोयल, निर्मला सीतारमण ने बजट पेश किया है।
10 वर्षों में ऐसा रहा निफ्टी का सूचकांक
10 वर्षों में निफ्टी के सूचकांक में तेजी और सुस्ती देखने को मिली। 28 फरवरी 2013 को पेश हुए बजट की बात करें तो इस दिन निफ्टी सूचकांक 2.0 प्रतिशत गिरावट पर रहा।वर्ष 2014 में 17 फरवरी को पेश हुए बजट के बाद निफ्टी सूचकांक 2.0 प्रतिशत गिरावट पर रहा। 1 फरवरी, 2022 को पेश किए गए बजट के बाद निफ्टी सूचकांक के उतार-चढ़ाव को इस टेबल में देख सकते हैं।
बजट पेश होने का वर्ष | निफ्टी सूचकांक में तेजी/सुस्ती |
2013 | -2.0 |
17 फरवरी 2014 | 0.4 |
10 जुलाई 2014 | -0.2 |
2015 | 0.7 |
2016 | -0.6 |
2017 | 1.8 |
2018 |
-0.2 |
1 फरवरी 2019 | 0.6 |
5 जुलाई 2019 | -1.1 |
2020 | -2.5 |
2021 | 4.7 |
2022 | 1.4 |
सेसेंक्स ने लगाई वर्ष दर वर्ष छलांग
मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान वर्ष 2016 में सेंसेक्स सूचकांक 30 हजार अंक से नीचे आ गया था। हालांकि, वर्ष 2017 के बाद हर साल बाजार में तेजी ही दिखी। पूरे वर्ष के औसत के आधार पर सेंसेक्स में आए उछाल को इस टेबल के साथ चेक कर सकते हैं-वर्ष | सेंसेक्स (अंक में) |
2013 | 21,483.74 |
2014 | 28,822.37 |
2015 | 30,024.74 |
2016 | 29,077.28 |
2017 | 34,137.97 |
2018 | 38,989.65 |
2019 | 41,809.96 |
2020 | 47,896.97 |
2021 | 63,588.31 |
2022 | 62,245.43 |
2023 | 63,583.07 |