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Byju Raveendran : रविंद्रन ने कहा- मैं ही हूं बायजू का सीईओ, EGM को बताया गैरजरूरी तमाशा

वित्तीय संकट से जूझ रही एजुटेक कंपनी बायजू (BYJUS) के फाउंडर बायजू रविंद्रन ने कर्मचारियों को एक लेटर लिखकर कहा है कि वह सीईओ बने रहेंगे और मैनेजमेंट कोई बदलाव नहीं होगा। दरअसल बायजू के प्रमुख शेयरहोल्डर्स यानी निवेशकों नेEGM में लीडरशिप बदलने के लिए वोटिंग की थी। उन्होंने कुप्रबंधन और नाकामी का आरोप लगाते हुए रविंद्रन और उनके परिवार को बोर्ड से हटाने की बात कही थी।

By Jagran News Edited By: Jagran News NetworkUpdated: Sun, 25 Feb 2024 11:17 AM (IST)
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रविंद्रन ने कहा कि जिस वोटिंग में फाउंडर ही मौजूद न हों, उसकी कोई अहमियत नहीं है।

पीटीआई, नई दिल्ली। वित्तीय संकट से जूझ रही एजुटेक कंपनी बायजू (BYJU'S) के फाउंडर बायजू रविंद्रन (Byju's Founder Raveendran) ने कर्मचारियों को एक लेटर लिखकर कहा है कि वह सीईओ बने रहेंगे और मैनेजमेंट कोई बदलाव नहीं होगा।

दरअसल, बायजू के प्रमुख शेयरहोल्डर्स यानी निवेशकों ने Extraordinary General Meeting (EGM) में लीडरशिप बदलने के लिए वोटिंग की थी। उन्होंने कुप्रबंधन और नाकामी का आरोप लगाते हुए रविंद्रन और उनके परिवार को बोर्ड से हटाने की बात कही थी।

रविंद्रन ने कहा कि जिस वोटिंग में फाउंडर ही मौजूद न हों, उसकी कोई अहमियत नहीं है। उन्होंने वोटिंग को अमान्य और अप्रभावी करार दिया। रविंद्रन ने यह आरोप भी लगाया कि शुक्रवार की EGM में कई अहम नियमों को दरकिनार किया गया।

उन्होंने कहा कि EGM उस प्रक्रिया का पालन किए बगैर बुलाई गई, जिसे कंपनी के आर्टिकल्स ऑफ एसोसिएशन ने निर्धारित किया है। जैसे सभी खिलाड़ियों की रजामंदी के बगैर खेल के नियमों को बीच में नहीं बदला जा सकता, वही चीज कंपनी के तौर-तरीकों में बदलाव करने के बारे में लागू होती है।

रविंद्रन ने कहा कि उस मीटिंग में जो भी फैसले हुए, उनकी कोई अहमियत नहीं, क्योंकि क्योंकि वे नियमों पर खरे ही नहीं उतरते।

उन्होंने कर्मचारियों से कहा, 'मैं आपको यह लेटर अपनी कंपनी के सीईओ के रूप में लिख रहा हूं। आपने मीडिया जो कुछ भी पढ़ा होगा, उसके उलट मैं सीईओ बना रहूंगा। मैनेजमेंट में कोई बदलाव नहीं होगा और बोर्ड भी वही रहेगा। बिजनेस भी पहले जैसा ही चलता रहेगा।'

रविंद्रन ने कहा, 'मुझे पता है कि मेरे खिलाफ मीडिया ट्रायल चल रहा है, लेकिन सच जल्द ही सबसे सामने होगा। हमारी कंपनी के 170 शेयरहोल्डर्स में से सिर्फ 35 ने प्रस्ताव के पक्ष में वोटिंग की। इससे भी साफ हो जाता है कि मीटिंग को ज्यादा सपोर्ट नहीं मिला।'

उन्होंने इस दौरान कर्नाटक हाई कोर्ट के फैसले का हवाला भी दिया। हाई कोर्ट ने बुधवार को आदेश दिया था कि EGM में पारित होने वाला कोई भी प्रस्ताव 13 मार्च को बायजू की मूल कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड द्वारा दायर याचिका की अंतिम सुनवाई और निपटान तक मान्य नहीं होगा।