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CoinTracker ने क्रिप्टो टैक्स कंप्लायंस और पोर्टफोलियो ट्रैकिंग प्रोडक्ट के साथ की भारत में एंट्री

क्रिप्टो टैक्स कंप्लायंस और पोर्टफोलियो ट्रैकिंग क्षेत्र की कंपनी CoinTracker ने आधिकारिक उत्पाद लॉन्च के साथ भारतीय बाजार में एंट्री का ऐलान किया है। CoinTracker के सीईओ जॉन लर्नर ने कहा भारत में अपनी पेशकश देने के लिए उत्साहित हैं।

By Lakshya KumarEdited By: Updated: Thu, 26 May 2022 07:02 AM (IST)
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CoinTracker ने क्रिप्टो टैक्स कंप्लायंस और पोर्टफोलियो ट्रैकिंग प्रोडक्ट के साथ की भारत में एंट्री
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। क्रिप्टो टैक्स कंप्लायंस और पोर्टफोलियो ट्रैकिंग क्षेत्र की कंपनी CoinTracker ने आधिकारिक उत्पाद लॉन्च के साथ भारतीय बाजार में एंट्री का ऐलान किया है। आज से CoinTracker के क्रिप्टो टैक्स कंप्लायंस और पोर्टफोलियो ट्रैकिंग उत्पाद पूरे भारत में सभी क्रिप्टो यूजर्स के लिए उपलब्ध होंगे। CoinTracker के साथ यूजर्स अब ट्रैकिंग, रिकन्सिलेशन, अकाउंटिंग और कंप्लायंस से जुड़ी चुनौतियों की चिंता किए बिना इकोसिस्टम में नई परियोजनाओं के साथ प्रयोग करने और जुड़ने में सक्षम होंगे।

CoinTracker के सीईओ जॉन लर्नर ने कहा, "लोगों के लिए क्रिप्टोकरेंसी के साथ खरीदारी, होल्डिंग और लेनदेन की जटिलता को नेविगेट करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है और सही उपकरण के बिना टैक्स का पालन करना लगभग असंभव है। हमने इस समस्या को मूल रूप से हल करने के लिए CoinTracker का निर्माण किया है और भारत में अपनी पेशकश देने के लिए उत्साहित हैं।"

उन्होंने कहा, "हम आने वाले महीनों में भारत में उपयोग किए जाने वाले सभी लोकप्रिय एक्सचेंजों और कर उत्पादों के साथ अपने एकीकरण और साझेदारी का तेजी से विस्तार करने की योजना बना रहे हैं तथा भारत में क्रिप्टोकरेंसी को मुख्यधारा के करीब लाने मदद करने के लिए मिलकर काम करेंगे।"

कॉइनट्रैकर ने हाल ही में मिली 100 मिलियन डॉलर की सीरीज़ ए फंडिंग का उपयोग, उत्पादों के निर्माण और भारत जैसे क्षेत्रों में विस्तार करने के लिए किया है और कर रही है। जॉन लर्नर ने कहा, "CoinTracker में हमारा मिशन दुनिया की वित्तीय स्वतंत्रता और समृद्धि को बढ़ाना है और हम मानते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी के मुख्यधारा में अपनाए जाने से यह हो सकता है। हम भारत में क्रिप्टोकरेंसी को तेजी से अपनाते हुए देखकर रोमांचित हैं।"

हालांकि, आपको बता दें कि भारत में सरकार ने क्रिप्टो के लेनदेन पर भारी टैक्स की व्यवस्था की है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण 2022 में क्रिप्टो पर 30 फीसदी अतिरिक्त टैक्स (जो 28 फीसदी जीएसटी से अलग है) लगाने की घोषणा की थी, जो अप्रैल से लागू हो गई है।