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आईटी सेक्टर में वापस आने वाली है नौकरियों की बहार, 90 हजार फ्रेशर्स को जॉब देंगी TCS-इन्फोसिस जैसी कंपनियां

मौजूदा वित्त वर्ष यानी 2024-25 के दौरान देश की दिग्गज आईटी कंपनियां करीब 90 हजार फ्रेशर्स की हायरिंग करने वाली हैं। सबसे बड़ी आईटी कंपनी टीसीएस करीब 40 हजार और इन्फोसिस 15-20 हजार फ्रेशर्स को नौकरी देने पर विचार कर रही है। वहीं एचसीएल टेक 10 हजार विप्रो 10-12 हजार और टेक महिंद्रा छह हजार फ्रेशर्स की हायरिंग कर सकती है।

By Jagran News Edited By: Suneel Kumar Updated: Fri, 26 Jul 2024 06:43 PM (IST)
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अप्रैल-जून 2024 के दौरान टीसीएस ने 5,452 कर्मचारियों को नौकरी पर रखा है।

बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। पिछले काफी समय से आईटी सेक्टर में हायरिंग की प्रक्रिया काफी सुस्त थी। लेकिन, अब इसमें फिर से तेजी आने की उम्मीद है। आईटी कंपनियों के तिमाही काफी अच्छे रहे। इससे डिमांड बढ़ने का संकेत मिलता है। ऐसे में आईटी कंपनियां हायरिंग बढ़ाने की योजना बना रही हैं।

मौजूदा वित्त वर्ष यानी 2024-25 के दौरान देश की दिग्गज आईटी कंपनियां करीब 90 हजार फ्रेशर्स की हायरिंग करने वाली हैं। सबसे बड़ी आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) करीब 40 हजार और इन्फोसिस 15-20 हजार फ्रेशर्स को नौकरी देने पर विचार कर रही है। वहीं, एचसीएल टेक 10 हजार, विप्रो 10-12 हजार और टेक महिंद्रा छह हजार फ्रेशर्स की हायरिंग कर सकती है।

जून तिमाही में कितनी हायरिंग

चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल-जून 2024 के दौरान टीसीएस ने 5,452 कर्मचारियों को नौकरी पर रखा है। इसके साथ कंपनी में कर्मचारियों की कुल संख्या 6,06,998 हो गई है। कंपनी के मुख्य मानव संसाधन अधिकारी मिलिंद लक्कड़ के अनुसार, कंपनी सीधे कैंपस से फ्रेशर्स को हायरिंग करने की रणनीति बना रही है।

इन्फोसिस ने वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान 11,900 फ्रेशर्स को नौकरी दी है। वित्त वर्ष 2022-23 में 50 हजार फ्रेशर्स की हायरिंग के मुकाबले इसमें 76 प्रतिशत की कमी रही है।

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