चुनावी साल में क्यों आसमान छूता है सोना, यहां जानें क्या है इलेक्शन और गोल्ड का कनेक्शन
Yellow Metal यानी पीली धातु (Gold) महिलाओं की पहली पसंद तो है ही निवेशक भी खुद को इसमें निवेश करने से नहीं रोक पा रहे। पिछले कुछ समय से सोने की कीमत जिस तरह बढ़ी है। चुनावी माहौल के बीच सोने के भाव भी आसमान छू रहे हैं। ऐसे में सवाल आता है कि क्या गोल्ड का भी इलेक्शन से कोई कनेक्शन है?
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। yellow Metal यानी पीली धातु (Gold) महिलाओं की पहली पसंद तो है ही, निवेशक भी खुद को इसमें निवेश करने से नहीं रोक पा रहे। पिछले कुछ समय से सोने की कीमत जिस तरह बढ़ी है, यह निवेशकों के लिए पसंदीदा विकल्प बना हुआ है। सोने को हमेशा से ही निवेश के सबसे सुरक्षित विकल्पों में से एक माना गया है। भारत में तो इसे सिक्योर इंवेस्टमेंट के साथ शुभ भी माना जाता है।
जैसा की आप जानते हैं कि देश में चुनाव का माहौल है। चुनावी माहौल के बीच में जहां शेयर बाजार नए रिकॉर्ड बना रहा है। वहीं, दूसरी तरफ सोने के भाव भी आसमान छू रहे हैं। शेयर बाजार का चुनाव से कनेक्शन है यह तो समझ आता है पर क्या गोल्ड का भी इलेक्शन से कोई कनेक्शन है?
इस सवाल का जवाब हां है। आज हम आपको पिछले कुछ चुनावी सालों के आंकड़ों की मदद से समझते हैं कि चुनाव का गोल्ड से क्या संबंध है। कैसे चुनाव का असर सोने की कीमतों पर पड़ता है। आपको बता दें कि वर्ष 2009, 2014 और 2019 में भी चुनावी नतीजों के बाद गोल्ड की कीमतों में तेजी आई थी। आइए, आंकड़ों की मदद से चुनाव और गोल्ड के बीच के संबंध को समझते हैं...
वर्ष 2009 में गोल्ड ने दिया कितना रिटर्न
वर्ष 2009 में लोकसभा चुनाव के दौरान भी गोल्ड की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिला था। इस साल चुनाव से पहले ही मार्च में सोने की कीमतों में 2 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई थी। वहीं, चुनाव के दौरान गोल्ड लगभग 4 फीसदी से ज्यादा गिर गया था। हालांकि, मई में इसकी कीमतों में करीब 3 फीसदी की तेजी आई थी, लेकिन जून में फिर से इसके दाम गिर गए। गोल्ड की कीमतों में गिरावट से निवेशकों को करीब 3 फीसदी से ज्यादा का नुकसान हुआ।
चुनाव के बाद सोने की कीमतों में तेजी वापस आ गई थी। जुलाई में गोल्ड के रेट में 2.43 फीसदी तेजी आई, जिसके बाद नवंबर तक सोने के निवेशकों को 10.37 फीसदी का पॉजिटिव रिटर्न मिला था। वर्ष 2009 में निवेशकों को गोल्ड से 22.42 फीसदी का रिटर्न मिला था।